धार , दिसंबर 18 -- मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग के आदिवासी बाहुल्य जिले धार के जंगलों में एक बार फिर वन्य जीवों की वास्तविक संख्या जानने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया गया है।
आज से जिले में तेंदुए सहित अन्य वन्य जीवों की गणना अब करीब एक माह तक चलेगी। सवा लाख हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र में फैले सात रेंजों में 250 से अधिक वनकर्मी और विशेषज्ञ जंगल की और रुखकर करेंगे।
दरअसल चार साल बाद हो रही इस गणना में तेंदुओं की संख्या बढने की संभावना जताई जा रही है। पिछली बार वर्ष 2022 में हुई गणना में जिले में करीब 150 तेंदुओं की पुष्टि हुई थी। हाल के महीनों में ग्रामीण इलाकों में तेंदुओं की लगातार मौजूदगी देखी गई है। नर्मदा पट्टी के कुक्षी, बाग निसरपुर और मनावर क्षेत्र के कई गांवों में तेंदुए अपने शावकों के साथ खेतों और आबादी के आसपास चहलकदमी करते नजर आए हैं। इसके अलावा नीलगाय, खरगोश, जंगली सूअर जैसे अन्य वन्य जीव भी क्षेत्र में देखे जा रहे हैं, जिनकी गणना भी इस अभियान के तहत की जाएगी।
डीएफओ विजय आनंदम टीआर के अनुसार जिले की सातों वन रेंज में गणना तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में 18 से 24 दिसंबर तक धार, धामनोद और मांडव रेंज में सर्वे होगा। दूसरे चरण में 5 से 12 जनवरी 2026 के बीच टांडा और सरदारपुर रेंज में गिनती की जाएगी। वहीं तीसरे चरण में 18 से 25 जनवरी तक बाग और कुक्षी रेंज में वन्य जीवों की गणना की जाएगी। वन्य जीव गणना से न केवल संरक्षण की दिशा तय होगी, बल्कि मानव-वन्य जीव संघर्ष को कम करने की रणनीति भी बनाई जा सकेगी।
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