देहरादून , नवंबर 25 -- समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 वाले बयान पर विवादित टिप्पणी देने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।

मुख्यमंत्री मंगलवार को गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए रेस कोर्स गुरुद्वारा गए। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए श्री धामी ने श्री यादव, श्री गांधी और तेजस्वी यादव को संस्कारहीन बताते हुए कहा कि जिनके संस्कार ऐसे हों उनके माता-पिता को उन्हें अच्छे संस्कार देने चाहिए थे। हमारे यहां बड़ों का सम्मान करना संस्कृति का हिस्सा रहा है।

उन्होंने कहा कि श्री यादव का बयान से पता चलता है कि उनका मानसिक संतुलन किस स्तर पर पहुंच गया है। श्री धामी ने कहा कि चुनावी राज्यों के नतीजे आने के बाद इस तरह की टिप्पणी करना सपा अध्यक्ष की हताशा को दर्शाता है।

मुख्यमंत्री के श्री गांधी पर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने देहरादून के कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में कहा कि मुख्यमंत्री धामी संवैधानिक पद पर बैठे हैं, जब भी वह कुछ बोलें, उससे पहले उन्हें सोच समझ कर कुछ बोलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि श्री धामी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े हैं। वह इसी आरएसएस के संस्कार मुखबरी और 60 रुपये की पेंशन लेकर अंग्रेजों के पिट्ठु बनने के रहें। यही आरएसएस थी, जिसने भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था लेकिन कांग्रेस और गांधी परिवार के संस्कार बलिदान के रहे हैं।

इस देश की भूमि के लिए रक्त बहाकर लोकतंत्र को मजबूत करने के संस्कार हमारे रहे हैं। श्री धामी कम से कम हमें संस्कारों का पाठ न पढ़ायें। श्री शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है लेकिन इन 10 सालों में धामी सरकार ने उत्तराखंड का बेड़ा गर्ग करके रखा है।

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