बेमेतरा , नवंबर 10 -- छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में आगामी धान खरीदी सीजन को सुचारु एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गयी हैं। इसी क्रम में जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में धान खरीदी व्यवस्था के पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण हेतु गठित इंटेग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) तथा उड़न दस्ता टीमों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

बैठक में जिले के सभी संबंधित अधिकारी, नोडल अधिकारी, उड़न दस्ता प्रभारी एवं विभिन्न नियंत्रण दलों के सदस्य उपस्थित रहे। कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि धान खरीदी के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता, अवैध परिवहन या मिलिंग में हेराफेरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध धान परिवहन पर सतर्क निगरानी रखें, परंतु किसानों के साथ व्यवहार में संवेदनशीलता बनाए रखें।

उन्होंने यह भी कहा कि बिना ठोस सूचना या प्रमाण के किसी किसान के घर जाकर जब्ती या जांच की कार्रवाई न की जाए। यदि किसी वाहन या व्यक्ति पर वास्तविक संदेह हो कि वह अवैध रूप से धान का परिवहन कर रहा है, तभी जांच कर वैधानिक कार्रवाई करें।

कलेक्टर ने सभी दलों को रात्रिकालीन गश्त को प्रभावी बनाने और धान खरीदी केंद्रों के आसपास संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने टोकन वितरण, तोल प्रक्रिया और परिवहन व्यवस्था को पूरी तरह पारदर्शी और समयबद्ध रखने पर जोर दिया।

किसानों की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा आईसीसीसी नियंत्रण कक्ष में हेल्पलाइन नंबर भी स्थापित किया गया है, जहां शिकायत या सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

बैठक के अंत में कलेक्टर शर्मा ने कहा कि हमारा उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा करते हुए पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से धान खरीदी कार्य को संपन्न कराना है। शासन की मंशा है कि किसी भी किसान को असुविधा न हो और बेमेतरा जिले की धान खरीदी व्यवस्था अन्य जिलों के लिए उदाहरण बने।

इस अवसर पर अपर कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज, खाद्य अधिकारी, नोडल अधिकारीगण, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक एवं परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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