चंडीगढ़, सितंबर 25 -- हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार किसानों के साथ धोखा कर रही है। उन्होंने कहा कि 22 सितंबर से धान की खरीद शुरू करने की घोषणा के बावजूद मंडियों में सरकारी एजेंसियों की खरीद शुरू नहीं हुई है जिसके चलते किसान निजी एजेंसियों को औने-पौने दामों पर फसल बेचने को मजबूर हैं।

श्री हुड्डा ने बताया कि मंडियों में धान, बाजरा और कपास की आवक शुरू हो चुकी है, लेकिन किसानों को धान पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से 300-400 रुपये कम, बाजरा पर करीब 600 रुपये कम और कपास पर लगभग 2000 कम दाम मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ से नुकसान झेल चुके किसानों पर अब सरकार की नीतियां अतिरिक्त बोझ डाल रही हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ जगहों पर धान की खरीद में प्रति क्विंटल 150-200 रुपये तक की कटौती की जा रही है। ऐसी परिस्थितियों में सरकार को किसानों को बोनस देकर राहत देनी चाहिए थी, लेकिन इसके विपरीत कट लगाकर अन्याय किया जा रहा है।

श्री हुड्डा ने भाजपा को याद दिलाया कि चुनाव से पहले धान का मूल्य 3100 प्रति क्विंटल देने का वादा किया गया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया। उन्होंने मांग की कि सरकार तुरंत इस वादे को लागू करे ताकि किसानों को मुश्किल समय में सहारा मिल सके।

श्री हुड्डा ने मार्केट फीस को 4 प्रतिशत से घटाकर एक फीसदी करने की मांग भी दोहराई। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में कम फीस होने के कारण चावल मिल मालिक हरियाणा से पलायन कर रहे हैं और सरकार इस स्थिति को रोकने में विफल रही है। इसका सीधा नुकसान प्रदेश की अर्थव्यवस्था को हो रहा है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित