भोपाल , नवम्बर 3 -- मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य सरकार द्वारा धान और गेहूं की खरीदी नहीं करने के निर्णय को लेकर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ किया गया वादा भूल गई है और अब जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर डाल रही है।
सिंघार ने कहा कि सरकार यह कहकर अपना दायित्व टाल रही है कि उसके पास धन नहीं है और प्रदेश कर्ज में डूबा हुआ है। लेकिन यही सरकार चुनावों के दौरान किसानों से Rs.2700 प्रति क्विंटल गेहूं और Rs.3100 प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा कर रही थी। दो साल बीत जाने के बावजूद किसानों को राहत नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि जब किसानों की खरीदी का समय आता है, तब सरकार को कर्ज याद आता है, जबकि बड़े-बड़े सरकारी आयोजनों और प्रचार अभियानों में करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। सिंघार ने कहा कि मुख्यमंत्री जब हेलीकॉप्टर और विमान में सफर करते हैं, तब उन्हें कर्ज नहीं दिखता, लेकिन जब किसानों को राहत देने की बारी आती है, तब वित्तीय संकट का बहाना बनाया जाता है।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे किसानों के दुख-दर्द को समझें और तत्काल धान व गेहूं की खरीदी शुरू करें। उन्होंने कहा कि किसानों ने विश्वास कर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाई थी, इसलिए उनके साथ अन्याय न हो।
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