रायपुर , दिसंबर 24 -- छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा कि भय, दबाव और प्रलोभन द्वारा किए जा रहे धर्मांतरण के विरुद्ध जनजाति समाज सहित पूरा प्रदेश एकजुट होकर खड़ा हो गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह का धर्मांतरण एक आपराधिक कृत्य है और इसे रोकने के लिए राज्य में कड़ा कानून बनाया जाएगा।

प्रदेश कार्यालय में बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए ठाकुर ने कहा कि धर्मांतरण और उसकी आड़ में हुई हिंसक गतिविधियों को लेकर प्रदेशभर में गहरा रोष है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति, सनातन परंपराओं और सामाजिक ताने-बाने पर हो रहे हमलों के खिलाफ भाजपा लगातार मुखर रही है।

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि अब आदिवासी सर्व समाज के साथ पूरा प्रदेश अपनी सांस्कृतिक विरासत, आस्था और परंपराओं की रक्षा के लिए एकजुट हुआ है। इससे प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर में यह स्पष्ट संदेश गया है कि भय, दबाव और प्रलोभन के माध्यम से किए जा रहे धर्मांतरण को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

ठाकुर ने कहा कि पहले धर्मांतरण के बाद नाम, जाति और धर्म बदले जाते थे, लेकिन अब धर्मांतरण कराने वाले लोग नाम और जाति नहीं बदलते, बल्कि धर्म की जानकारी छिपाकर रखने का दबाव बनाते हैं। इस प्रकार के छिपे हुए धर्मांतरण को लेकर समाज में भारी आक्रोश है और इसी कारण आदिवासी समाज आगे आकर विरोध दर्ज करा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा कि जिस प्रकार बघेल पं. प्रदीप मिश्रा और पं. धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री की बातों को अंधविश्वास बताते हैं, क्या वे कभी चंगाई सभाओं की गतिविधियों को भी अंधविश्वास कहने का साहस करेंगे? उन्होंने कहा कि चंगाई सभाओं में क्या होता है, यह भूपेश बघेल को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए।

प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और विशेष रूप से भूपेश बघेल, वोट बैंक और कांग्रेस आलाकमान को खुश करने के लिए इस मुद्दे पर दोहरा रवैया अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब स्पष्ट करना होगा कि वह छत्तीसगढ़ की संस्कृति, आस्था और धार्मिक परंपराओं के साथ है या फिर धर्मांतरण कराने वालों के साथ है।

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