धर्मस्थल, सितंबर 26 -- कर्नाटक में धर्मस्थल के धर्माधिकारी डॉ. डी वीरेंद्र हेगड़े ने धर्मस्थल गांव में सामूहिक अंत्येष्टि से जुड़े विवाद पर कर्नाटक सरकार द्वारा विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया है और कहा है कि जांच से सच्चाई सामने आ रही है।

श्री हेगड़े ने जनता और मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "अभी भी मुझे समझ नहीं आ रहा है कि हमारे प्रति इतनी घृणा क्यों है। हम यहां सिर्फ लोगों की सेवा के लिए हैं।"धर्माधिकारी ने कोविड के बाद के दौर को याद करते हुए कहा कि उस दौरान उन्होंने सिद्धगंगा संतों की रचनाओं सहित कई आध्यात्मिक ग्रंथों को पढ़ने के लिए समय निकाला था। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि निस्वार्थ सेवा और धर्म का पालन उनके कार्य के मार्गदर्शक सिद्धांत हैं। उन्होंने कहा, "हम बिना किसी पहचान की उम्मीद के सेवा करते हैं। सेवा प्रचार का साधन नहीं है। वर्षों से हमारी भलाई हमारे सच्चे और निस्वार्थ कार्य का परिणाम है।"श्री हेगड़े ने समुदाय के उस समर्थन का हवाला दिया जिसने उन्हें और उनकी टीम को लगातार आलोचनाओं के बावजूद सहारा दिया है। उन्होंने कहा, "चाहे धर्मस्थल हो या आस-पास के गांव, हमें जो समर्पण और प्यार मिला है वह निराधार हमलों से कहीं बढ़कर है। सच्चाई में हमारा विश्वास अटूट है।" उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि कोई भी आलोचना रचनात्मक और स्वस्थ होनी चाहिए। व्यक्तिगत हमले या द्वेष अनुचित हैं।

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