धमतरी , अक्टूबर 17 -- ) छत्तीसगढ के धमतरी वनमंडल के अंतर्गत बाघ संरक्षण और सुरक्षा को लेकर गुरुवार शाम विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। नगरी तहसील के ग्राम दुगली स्थित केकती सेंटर में हुए इस प्रशिक्षण में वन चौकीदार से लेकर वनमंडलाधिकारी स्तर तक के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए।
यह जानकारी शुक्रवार को वन वन विभाग ने मीडिया से साझा की।
प्रशिक्षण में जैव विविधता बोर्ड, रायपुर के सदस्य डॉ. राजेन्द्र मिश्रा ने बाघ निगरानी, सुरक्षा, संरक्षण और रणनीति से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के तहत कार्य करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान बाघ विचरण क्षेत्रों में प्रेशर इम्प्रैशन पैड (पीईपी) निर्माण, ट्रैकिंग, एंटी-स्नेयर वॉक तथा संयुक्त गश्ती दल द्वारा निगरानी जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके अलावा ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ाने और मानव-बाघ संघर्ष को कम करने के उपायों पर भी विचार-विमर्श हुआ।
धमतरी के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) ने बताया कि वन विभाग की टीमें बाघ के पगमार्क की नियमित निगरानी कर रही हैं। साथ ही ग्रामीणों को सुरक्षा उपायों से अवगत कराया जा रहा है ताकि बाघ संरक्षण के साथ-साथ मानव-बाघ संघर्ष को न्यूनतम किया जा सके।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित