धमतरी , नवंबर 27 -- धमतरी जिले में हिंदू संगठनों से जुड़े तीन नेताओं पर फर्जी एंटी करप्शन ब्यूरो अधिकारी बनकर वसूली करने और धमकाने गंभीर आरोप लगे हैं। विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री रामचंद देवांगन और हिंदू संगठन के कार्यकर्ता नरेंद्र पटेल को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि कोरिया जिले के भाजयुमो जिलाध्यक्ष हितेंद्र सिंह अब भी फरार है।
पुलिस के अनुसार, तीनों पर फर्जी एंटी करप्शन ब्यूरो अधिकारी बनकर वसूली और धमकाने का मामला दर्ज किया गया है। सीएसपी अभिषेक चतुर्वेदी ने जानकारी दी कि घटना सोरम गांव की है, जहां ये तीनों नेता एक शेयर ट्रेडर कोनाल साहू के घर में घुस गए। उस समय कोनाल दिल्ली में थे।
आरोप है कि तीनों ने खुद को एसीबी अधिकारी बताकर कोनाल के परिजनों से बदसलूकी की, केस में फंसाने की धमकी दी और सेटलमेंट के नाम पर लाखों रुपये की मांग की। इतना ही नहीं, घर में रखे सभी मोबाइल फोन और एक लैपटॉप भी जबरदस्ती ले गए।
घटना की सूचना मिलते ही कोनाल साहू तत्काल दिल्ली से धमतरी पहुंचे और घर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में तीनों नेता स्पष्ट रूप से पहचान में आ गए। इसके बाद कोनाल ने रुद्री थाने में नामजद शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने बीएनएस की धारा 319, 331, 308, 351 और 3 के तहत मामला दर्ज किया है। रामचंद देवांगन और नरेंद्र पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि फरार हितेंद्र सिंह की तलाश जारी है।
यह घटना इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि गिरफ्तार हुए रामचंद देवांगन एक रिटायर्ड आर्मी पर्सन हैं और लंबे समय से हिंदुत्व से जुड़े मुद्दों पर सक्रिय रहे हैं।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित