लखनऊ , अक्टूबर 19 -- धनतेरस के दिन जहां देशभर में लोग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा में व्यस्त थे, वहीं लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने मानवता की सेवा का असली "धन" अर्जित किया है। संस्थान के डॉक्टरों की टीम ने एक असाधारण सर्जरी कर 31 वर्षीय संदीप कुमार के जीवन को बचाया है, जिनके शरीर में 15 सेंटीमीटर लंबी लोहे की छड़ लीवर तक धंस गई थी।

बहराइच निवासी संदीप कुमार सफाई के दौरान ऊँचाई से गिर पड़े और एक नुकीले लोहे के फेंसिंग रॉड पर जा गिरे। छड़ उनकी पीठ को चीरते हुए छाती और लीवर तक जा पहुँची। घायल अवस्था में उन्हें स्थानीय प्राइवेट अस्पताल से तत्काल केजीएमयू रेफर किया गया।

ट्रॉमा सर्जरी विभाग में डॉ. वैभव जायसवाल के पर्यवेक्षण में मरीज को भर्ती किया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. संदीप तिवारी और प्रो. डॉ. समीर मिश्रा के मार्गदर्शन में सर्जरी की तैयारी शुरू हुई। गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉ. रमबीत द्विवेदी और डॉ. अर्चना सिंह ने तुरंत खून की व्यवस्था की और सीटी स्कैन कर यह पुष्टि की कि छड़ लीवर को भेद चुकी है, जो कि जानलेवा हो सकती थी।

स्थिति की नाजुकता को देखते हुए डॉ. समीर मिश्रा और डॉ. वैभव जायसवाल ने पारंपरिक विधि के बजाय दूरबीन (लैप्रोस्कोपिक) सर्जरी द्वारा छड़ को निकालने का निर्णय लिया, ताकि शरीर को न्यूनतम क्षति पहुँचे। टीम की उत्कृष्ट दक्षता और समन्वय से सर्जरी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। छड़ को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया और अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है।

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