नयी दिल्ली , अक्टूबर 04 -- दोहा के हमद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जन्मी एक नवजात शिशु और भारतीय मां की स्वदेश वापसी को भारतीय दूतावास ने सफलतापूर्वक सुनिश्चित किया है। यह महिला अहमदाबाद से अटलांटा, यूएसए की यात्रा पर थी और उन्होंने यात्रा के दौरान ही दोहा हवाई अड्डे पर एक बच्चे को जन्म दिया था।
यह घटना 20 सितंबर को हुई जब मां को दोहा में विमान रुकने के दौरान प्रसव पीड़ा शुरू हुई। पहले से कोई चिकित्सा आपातकाल की जरुरत न होने के कारण यात्रा के बीच में अचानक बच्चे के जन्म ने चिकित्सा के साथ कानूनी और लॉजिस्टिक चुनौतियां पेश कीं। इस अनोखे मामले में शिशु को जन्म प्रमाण पत्र, भारतीय पासपोर्ट आदि की आवश्यकता थी, जो कतर क्षेत्र में जन्म होने और भारत वापसी के लिए आधिकारिक यात्रा दस्तावेजों की जरूरत के कारण उत्पन्न हुई।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कतर में भारतीय दूतावास और राजदूत विपुल ने त्वरित प्रतिक्रिया दी। दूतावास ने अस्पताल, जहां बच्चे का जन्म हुआ, और भारतीय समुदाय संगठनों के साथ मिलकर मां और बच्चे की सुरक्षा और चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित की, साथ ही भारत वापसी के लिए आवश्यक दस्तावेज और कांसुलर औपचारिकताओं को पूरा किया।
प्रथम सचिव (कांसुलर और सामुदायिक मामले) डॉ. ईश सिंघल ने प्रयासों का नेतृत्व किया, जिसमें चंदन कुमार (काउंसलर शाखा) और रवि राठी (लेबर शाखा) ने आवश्यक सहायता प्रदान की। इस मामले में तत्काल चिकित्सा सहायता, कानूनी दस्तावेजों का निर्गमन और अस्पताल तथा कतर आव्रजन अधिकारियों के साथ निकट समन्वय की आवश्यकता थी, क्योंकि नयी मां को अप्रत्याशित प्रसव के बाद चिकित्सा निगरानी में रखा गया था।
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