रांची , दिसंबर 02 -- झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र को समाप्त करने का गंभीर आरोप लगाया है।
श्री कमलेश ने कहा कि देश में भय का माहौल व्याप्त है और आम जनता को लोकतंत्र समाप्त होने का डर सता रहा है। मंगलवार को कांग्रेस भवन में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार पर जनता को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
श्री कमलेश ने विशेष पहचान पत्र (एसआईआर) की जटिल प्रक्रिया पर निशाना साधा। उन्होंने बताया कि आम जनता दशकों पुराने कागजात खोजने में परेशान है, जबकि काम के दबाव में बीएलओ आत्महत्या कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने इसे राजशाही जुल्म करार देते हुए कहा कि इसका पूरा विरोध होगा। उन्होंने 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली 'वोट चोर गद्दी छोड़ रैली' में झारखंड से 5000 लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की घोषणा की।
केंद्र सरकार पर नागरिक अधिकार छीनने का आरोप लगाते हुए श्री कमलेश ने कहा कि चुनाव आयोग के माध्यम से एसआईआर प्रक्रिया विपक्ष समर्थक मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं। वहीं फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़कर राज्यों में वोट चोरी की जा रही है। बैठक में इस रैली की तैयारी पर जिलावार समीक्षा की गई। साथ ही झारखंड में एस एसआईआर के तहत मतदाता पुनरीक्षण का विरोध करने पर चर्चा हुई। कांग्रेस नेता ने केंद्र की जिम्मेदारी अधिकारों की रक्षा करने की बताई, लेकिन उल्टा छीनने का आरोप लगाया।
बैठक में कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। इनमें मंत्री दीपिका पांडे सिंह, बंधु तिर्की, शहजादा अनवर, जलेश्वर महतो, डॉ. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, अनादि ब्रह्म, ब्रजेंद्र सिंह, सुल्तान अहमद, भीम कुमार, राकेश सिन्हा, अमूल्य नीरज खालखो, आलोक कुमार दूबे, प्रेम प्रकाशनाथ शाहदेव, राजेश गुप्ता, रोशन लाल भाटिया, चंद्रशेखर शुक्ला, विजय चौबे, विजय सिंह, अनुकुलचंद्र मिश्रा, मदन महतो, विनय सिन्हा दीपू, तनवीर आलम, सुरेंद्र सिंह, संजीव श्रीवास्तव सहित अन्य शामिल थे।
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