जयपुर , अक्टूबर 13 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी वस्तुएं अपनाये जाने का आह्वान एवं वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में सुधार के बाद त्याेहारी सीजन में लोगों में खरीददारी के प्रति उत्साह नजर आ रहा है और देश में दिवाली, धनतेरस, ब्याह-शादी की खरीद से 7.58 लाख करोड़ के व्यापार टर्नऑवर का अनुमान हैं।
भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल (बीयूवीएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने सोमवार को यहां बताया कि बीयूवीएम द्वारा मुम्बई, जयपुर, दिल्ली, चंडीगढ़ हैदराबाद, कानपुर, पटना, कलकत्ता सहित विभिन्न स्थानों के प्रतिनिधियों की दीपावली तथा ब्याह-शादी पर व्यापारिक अनुमान लगाने के लिये समिति का गठन कर यह अनुमान जारी किया गया। श्री गुप्ता एवं महामंत्री मुकुन्द मिश्रा एवं हेमन्त गुप्ता ने गठित कमेटी के व्यापारिक टर्नऑवर अनुमान को जारी किया जिसमें स्टील बर्तन तथा किचन में काम आने वाली अन्स एसेसरीज 30 हजार करोड़, एलुमिनियम, पीतल, तांबा के बर्तन 20 हजार करोड़;, जूते-चप्पल, अटैची, बेल्ट व पर्स (लेडिज एवं जेन्ट्स) 25 हजार करोड़, बच्चों के खिलौने (सादा एवं ऑटोमैटिक) तथा बच्चों के कपड़ें, जूते 10 हजार करोड़ एवं गलीचे, गद्दे, पर्दे, दरी-पट्टी, पर्दे टांगने के सामान के 15 हजार करोड़ का व्यापार टर्नऑवर होने का अनुमान जताया गया हैं।
इसी तरह कलर-पेन्ट 20 हजार करोड़, डेकोरेशन लाईट-हण्डे 22 हजार करोड़, इलैक्ट्रोनिक्स 40 हजार करोड़, होम अप्लायन्सेज 10 हजार करोड़, पूजा की सामग्री, लक्ष्मीजी की तस्वीर एवं गन्ना चार हजार करोड़, मिट्टी की दीपक, मोम के दीपक, मिट्टी के बर्तन, मिट्टी की भगवान की मूर्तियां दो हजार करोड़, साड़ी, सलवार-शूट, पेन्ट-शर्ट, शेरवानी, कुर्ता-पायजामा, साफा शादी के बेस 20 हजार करोड़, ड्राइफ्रूट्स 30 हजार करोड़, टैण्ट, इवेन्ट, कैटरिंग 40 हजार करोड़, फूलमाला, डेकोरेशन आईटम्स 15 हजार करोड़, गिफ्ट आईटम्स 10 हजार करोड़, सभी प्रकार की कारें, बसें, ट्रक, ट्रेक्टर, ट्रॉली, सिंचाई में काम आने वाले स्प्रिंक्लर, ऑटोरिक्शा, टैम्पू, ई-रिक्शा, स्कूल बस, मोटर-साईकिल 1.30 लाख करोड़ एवं आभूषण गोल्ड-जड़ाऊ, आभूषण चांदी, आभूषण गोल्ड, चांदी के बर्तन, चौकियां 50 हजार करोड़ की बिक्री होने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि इसी तरह नमकीन, मिठाई, टॉफी, कैडबरी चॉकलेट, अंकल चिप्स, कुरकुरे 10 हजार करोड़, भूखण्ड, तैयार मकान, फ्लैट, विला, दुकाने, बजरी, ईंट, बिड़ला पुट्टी, रोड़ी, पत्थर 1.20 लाख करोड़, चूड़ियां, बिन्दी, काजल, कॉस्मेटिक सामान, इत्र, परफ्यूम, पाउडर पांच हजार करोड़, ग्रोसरी, आटा, तेल, दाल, चावल, मसाले, गरम मसाले, बेसन, चीनी एक लाख करोड़, फर्नीचर, हार्डवेयर, बाथरूम फिटिंग्स, रेडीमेड किचन्स 20 हजार करोड़, तथा कम्प्यूटर, आई.टी. एवं इसके उपकरण 10 हजार करोड़ के व्यापार होने का संभावित अनुमान लगाया गया है।
श्री मिश्रा ने बताया कि उत्तरप्रदेश में अलग-अलग शहरों के हिसाब से प्रचुर मात्रा में आतिशबाजी की जाती है। इस प्रकार पूरे देश के पटाखों के टर्नऑवर का अनुमान लगाया जाये तो यह भी 10 हजार करोड़ से कम नहीं होंगे। इस त्यौहारी सीजन पर उत्तरप्रदेश में नदियों की पूजा के भी अनुष्ठान किये जाते हैं जिसमें मां गंगा को साड़ी पहनाकर एक बड़ा महोत्सव मनाया जाता है।
श्री गुप्ता का कहना है कि गत दो अक्टूबर से दशहरा पर्व और 18 अक्टूबर को धनतेरस, 20 अक्टूबर को दीपावली, 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा, 23 अक्टूबर को भाईदूज एवं 25 से 28 अक्टूबर तक छठ पूजा महोत्सव के साथ ही शादी-ब्याह का सीजन प्रारम्भ हो जाता है। जिसकी खरीद-फरोख्त के कारण बाजारों में चहल-पहल बढ़ जाती है। इस अवसर पर ही किसान अपना नया धान, बाजरा, सोयाबीन, मक्का, ज्वार, मूंग, मोठ, उड़द आदि बाजारों में बेचने के लिए लाता है और दीपावली एवं अपने शादी-ब्याह की खरीद करता है।
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