वाराणसी , अक्टूबर 28 -- प्रख्यात कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंगलवार को कहा कि देश के सामने आज सबसे बड़ी चुनौती जातिवाद है जो समाज को तोड़ने का काम कर रही है।
वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में मंगलवार शाम पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे शास्त्री ने कहा कि देश को एक सूत्र में पिरोने के मकसद से सात से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक पदयात्रा होगी। उन्होने कहा " यात्रा का मकसद 'हम इस देश में कास्टिज्म नहीं, राष्ट्रिज्म चाहते हैं। हमें कास्टवाद नहीं, राष्ट्रवाद चाहिए।' इस यात्रा का मूल संदेश है। यात्रा से सामाजिक समरसता, हिंदू एकता और सांस्कृतिक पुनर्जागरण होगा। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना पदयात्रा का प्रमुख उद्देश्य है। कागजों पर हिंदू राष्ट्र नहीं चाहिए, लोगों के दिलों में हिंदू राष्ट्र चाहिए।"शास्त्री ने कहा कि 65 से ज्यादा देश मुस्लिमों के हैं, 95 से ज्यादा देश ईसाइयों के हैं और एक देश बौद्ध धर्म का है। तो 140 करोड़ की आबादी वाला भारत देश हिंदू राष्ट्र के रूप में चाहिए, जो लोगों के दिलों में हो। जेन जी, जेनरेशन अल्फा, बीटा जैसे आने वाली पीढ़ियां हमारी संस्कृति से रूबरू हो सकें।
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