वलसाड , नवंबर 28 -- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के प्रयासों के परिणामस्वरूप कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 के भारत में आयोजन को मंजूरी मिली है। उनके मार्गदर्शन में इन गेम्स द्वारा भारत की धरती पर दुनिया का स्वागत करने और देश को स्पोर्ट्स हब बनाने के लिए हम तैयार हैं।
पटेल ने इस ऐतिहासिक सफलता के उत्सव का स्वागत करते हुए कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी गुजरात को मिली, जो श्री मोदी के विजन और दूरदर्शिता का परिणाम है। यह हम सभी के लिए गौरव का क्षण है। उनका विजन है कि दुनिया का कोई देश यदि कर सकता है, तो भारत भी कर ही सकता है, इसी विश्वास से आज हम हर क्षेत्र में विश्व के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी ने गेम्स के लिए जो इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है, उसी के कारण आज यह ऐतिहासिक सफलता मिली है। उनके तथा गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के प्रयासों के परिणामस्वरूप कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 के भारत में आयोजन को मंजूरी मिली है। उनके मार्गदर्शन में इन गेम्स द्वारा भारत की धरती पर दुनिया का स्वागत करने और देश को स्पोर्ट्स हब बनाने के लिए हम तैयार हैं।
गुजरात को कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी मिलने की इस ऐतिहासिक सफलता पर धरमपुर स्थित श्रीमद् राजचंद्र आश्रम में आयोजित 'सामूहिक चिंतन से सामूहिक विकास की ओर' थीम आधारित चिंतन शिविर में राज्य के उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "कॉमनवेल्थ गेम्स को 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, ऐसे में उसके नेतृत्व का अवसर गुजरात को प्राप्त हुआ, यह गौरवशाली क्षण है।
संघवी ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी ने 20 वर्ष पहले जो परिश्रम किया था, उसका फल आज हमें मिला है। खेल विभाग का टीमवर्क, प्रेजेंटेशन की सफलता के जरिये गुजरात और अहमदाबाद को मेजबानी मिली है, जिसके लिए सभी को अभिनंदन देता हूँ।" उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में हर क्षेत्र में सफलता मिल रही है। जिस तरह कॉमनवेल्थ की मेजबानी मिली, उसी प्रकार ओलंपिक की मेजबानी भी मिले, इसके लिए प्रयास जारी हैं। यह सिर्फ शुरुआत है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने टीम लीडर के रूप में उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। पूरे भारत को गर्व हो, इस प्रकार गुजरात की टीम कार्य कर रही है। इस खुशी के अवसर पर सभी ने एक-दूसरे का मुँह मीठा कराया। आतिशबाजी के साथ इस मेजबानी का धूमधाम से जश्न मनाया गया। भारत और गुजरात का विकास आसमान की ऊँचाइयों तक पहुँचे, यह संदेश देने के लिए मंत्रिमंडल द्वारा गुब्बारे उड़ाए गए।
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