नयी दिल्ली , नवंबर 13 -- कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके नेतृत्व वाली सरकार ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान कहा था कि किसी भी आतंकी हमले को 'एक्ट ऑफ वॉर' माना जाएगा इसलिए देश जानना चाहता है कि लालकिला के पास हुए हमले को वह किस तरह से ले रही है।
पार्टी ने कहा है कि पहलगाम के बाद आतंकवादियों ने फिर अत्यंत गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। अब सवाल है कि क्या इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे और खुद इसकी अध्यक्षता कर आतंरिक सुरक्षा से जुड़ी विपक्ष की चिंताओं पर उनके साथ विचार विमर्श करेंगे। उनका कहना था कि क्या संसद सत्र से पहले लाल किला आतंकी हमले के बाद उत्पन्न स्थिति पर विपक्षी दलों के साथ श्री मोदी चर्चा करेंगे।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने आपरेशन सिंदूर के दौरान इस तरह के हमलों को 'एक्ट ऑफ वॉर'मानने की बात कही थी। अब वह इस हमले को लेकर क्या कर रही है, यह बात सरकार को देश के लोगों को बतानी चाहिये।
उन्होंने कहा "हम यह जानना चाहते हैं कि सरकार इस हमले को किस तरह से देख रही है क्योंकि इस हमले को बाहरी ताकतों के द्वारा समर्थन, शक्ति और प्रेरणा मिल रही है। सरकार को बताना चाहिए कि वह देश की राजधानी में हुए इस हमले को किस तरह से ले रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि आतंकी हमले के बाद 48 घंटे बाद मंत्रिमंडल ने स्वीकार किया है कि यह आतंकवादी हमला था। तब तक इस हमले को लेकर देश में भ्रम और अटकलें फैलती रही हैं। बुधवार को जब प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक हुई तो उसके बाद ही तय हो सका है कि देश में आतंकवादी हमला हुआ है । उन्होंने सवाल उठाया कि इस हमले को आतंकवादी हमला घोषित करने में इतना देर क्यों लगी।
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