लखनऊ , अक्टूबर 9 -- अयोध्या एक बार फिर रौशनी के महासागर में नहाने को तैयार है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मभूमि दीपोत्सव-2025 के दौरान एक बार फिर जगमगाएगी। इस भव्य आयोजन में देश-विदेश के विशिष्ट अतिथि भी शामिल होंगे।

प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि दीपोत्सव का यह पर्व भारत की पौराणिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बनेगा। उन्होंने केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, देश के कई राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, पर्यटन मंत्रियों तथा हिन्दू बाहुल्य देशों के प्रतिनिधियों को अयोध्या आने का आमंत्रण भेजा गया है।

उन्होने बताया कि नेपाल, मॉरीशस, फीजी, गुयाना, श्रीलंका, थाईलैंड, कंबोडिया, भूटान, इंडोनेशिया, म्यांमार, सूरीनाम, ट्रिनिडाड एंड टोबैगो जैसे हिन्दू बाहुल्य देशों के प्रतिनिधि दीपोत्सव के साक्षी बनेंगे। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गोवा, केरल, उत्तराखंड, बिहार, पंजाब, झारखंड, तमिलनाडु, तेलंगाना, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार जैसे राज्यों के मंत्री और प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है।

जयवीर सिंह ने बताया कि सभी आमंत्रित राज्यों के लिए विशेष स्टॉल क्षेत्र बनाया गया है, जहां वे अपनी कला, संस्कृति और उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे। यह अवसर 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को साकार करेगा और राज्यों के बीच आपसी सहयोग को मजबूत बनाएगा।

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