तिरुवनंतपुरम , अक्टूबर 16 -- मलयिन्कीझु के थाचोटुकावु निवासी 25 वर्षीय अमल बाबू की एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन-डेड घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने उनका हृदय, लीवर और किडनी दान कर कई लोगों की जान बचायी।

दिवंगत अमल का हृदय एर्नाकुलम के लिसी अस्पताल में इलाज करा रहे मलप्पुरम निवासी 33 वर्षीय पोन्नानी को प्रत्यारोपित किया गया। एक किडनी तिरुवनंतपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक मरीज को दान की गई, जबकि दूसरी किडनी और लीवर तिरुवनंतपुरम के केआईएमएस अस्पताल के मरीजों को दे दिये गये।

स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने दिवंगत अमल के परिवार के प्रति उनके अपार दुःख के बावजूद उनके अंग दान करने के उल्लेखनीय निर्णय के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। मंत्री ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "उनकी करुणा ने दूसरों को जीवन का उपहार दिया है।"उन्होंने केरल राज्य अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (के-सोट्टो) के साथ-साथ पुलिस, जिला प्रशासन, चिकित्सा दल, एम्बुलेंस कर्मचारियों और आम जनता द्वारा किए गए त्वरित समन्वय की भी सराहना की। मंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए के-सोट्टो ने संबंधित अस्पतालों में अंगों को शीघ्रता से पहुंचाने में मदद की।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर, गृह विभाग के हेलीकॉप्टर का उपयोग अमल के हृदय को एर्नाकुलम ले जाने के लिए किया गया, जबकि पुलिस ने शेष अंगों के लिए निर्बाध सड़क परिवहन सुनिश्चित किया।

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