भदोही , दिसंबर 1 -- उत्तर प्रदेश में कालीनों के शहर भदोही में वॉशिंग व डाइंग प्लांटों के प्रदूषित पानी को मानकों के विरुद्ध भूगर्भ में प्रवाहित करने से शहरी क्षेत्र की एक बड़ी आबादी के लिए अल्सर व कैंसर सहित तमाम बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो गया है।
भदोही में भूगर्भ जल की स्थिति बेहद खराब है। भूगर्भ का प्रदूषित पानी कई तरह की गंभीर बीमारियां बांट रहा है। जहां पानी में फ्लोराइड, सोडा, कांच, नाइट्रेट व अन्य रसायनों की मात्रा निर्धारित मानकों से काफी अधिक हैं। विषैले रसायनों के कारण शहरी क्षेत्र व आसपास के तमाम गांवों के लोगों के लिए लीवर, थायराइड, चेस्ट व किडनी की गंभीर बीमारियों की शिकायतें आम हो गई हैं।
एक सामाजिक संस्था द्वारा हाल में किए गए शोध में काफी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जहां भूमिगत जल में नाइट्रेट की मात्रा 45 से 47 मिलीग्राम प्रति लीटर है। इसी तरह फ्लोराइड, सोडा व कांच की मात्रा निर्धारित मानकों से काफी अधिक है। विशेषज्ञों की मानें तो इसके कारण लोगों में लीवर, आंत, फेफड़ों, डेंटल, हड्डियों के कमजोर और स्केलेटल फ्लोरोसिस जैसी स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं।
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