पटना, सितंबर 28 -- बिहार में दुर्गापूजा त्योहार को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए व्यापक स्तर पर व्यवस्था की गई है।
दुर्गापूजा समेत आगामी सभी पर्व-त्योहारों में चौकसी चाक-चौबंद कर दी गई है। दुर्गापूजा में बिना लाइसेंस के कोई भी पंडाल नहीं बनेगा और न ही कोई मूर्ति का विसर्जन होगा। किसी तरह का जुलूस भी बिना लाइसेंस के नहीं निकाला जाएगा। सभी जुलूस की वीडियोग्राफी अनिवार्य कर दी गई है। सभी पूजा-पंडालों को संबंधित थाना से इसे लेकर लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य में पिछले कुछ वर्ष से औसतन 15 से 16 हजार प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं। पिछले वर्ष तरह इस वर्ष भी करीब 16 हजार प्रतिमाएं स्थापित होने की संभावना है।
पुलिस मुख्यालय ने पूजा के दौरान तमाम सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य रूप से करने के साथ ही सभी थानों को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का सख्त निर्देश जारी किया है। राज्य के किसी थाना क्षेत्र में कोई हंगामा होता है या किसी तरह की लापरवाही सामने आती है, तो इसके लिए दोषी पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दुर्गा पूजा में सप्तमी, अष्टमी और नवमी तिथि को ग्रामीण तथा सुदूरवर्ती इलाकों से माता का दर्शन करने तथा पूजा पंडाल देखने लाखों की संख्या में लोग शहरों की तरफ आते हैं। उनके आवागमन के दौरान रास्ते में कई बार छिनतई, छेड़खानी और लूटपाट जैसी घटनाएं होती हैं। ऐसे में पुलिस को ऐसे रास्तों की पहचान खासतौर से करते हुए यहां अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बहाल की जाए। शहर किनारे के इलाकों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखी जाए।
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