लखनऊ , अक्टूबर 14 -- विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान को बेहद शर्मनाक करार देते हुये कहा है कि यह बयान अपराधियों को संरक्षण देकर पीड़ितों के घाव पर नमक छिड़कने जैसा है।

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ," आज के युग में एक मेडिकल की छात्रा के लिए भी यह कहना कि वह मेडिकल कॉलेज परिसर से बाहर कैसे आ गई। लड़कियों को रात को बाहर नहीं निकलना चाहिए। क्या यह बयान एक महिला मुख्यमंत्री का हो सकता है। क्या अब टीएमसी बंगाल में बेटियों को बंधक बनाकर रखना चाहती है।"श्री बंसल ने लिखा कि अपनी प्रशासनिक और कानून व व्यवस्थागत विफलताओं को ऐसे बयानों से मुख्यमंत्री छुपा नहीं सकतीं। पहले भी आर जी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुए दुर्दांत कांड में उनका बयान चिंताजनक और अपराधियों को बचाने वाला था जिसकी सर्वथा निंदा हुई थी।

उन्होंने कहा है कि छात्रा के साथ 'सामूहिक बलात्कार' में संलिप्तता के आरोपी अपू बौरी, शेख फिरदौस, शेख रियाजुद्दीन, शेख नसीरुद्दीन और शेख सफीकुल जैसे जिहादियों की गिरफ्तारी से यह भी स्पष्ट हो गया है कि ममता दीदी शायद इन इस्लामिक जिहादी दरिंदों को बचाने के लिए ही इस प्रकार के बयान दे रहीं हैं।

श्री बंसल ने कहा है कि इन बहसी भेड़ियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से शीघ्रातिशीघ्र मौत की सजा होनी चाहिए तथा मुख्यमंत्री महोदया को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा से हुई सामूहिक बलात्कार की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। आरोप है कि ओडिशा के बालासोर की रहने वाली पीड़िता बीते शुक्रवार रात अपने दोस्त के साथ कॉलेज परिसर के बाहर खड़ी थी, तभी पांच युवकों ने उसे अगवा कर दरिंदगी का शिकार बना डाला।

यह भी आरोप है कि इसके बाद उसे मुंह बंद रखने के लिए आरोपियों ने पांच हजार रुपए का ऑफर भी दिया। पीड़िता ने डर की वजह से पहले मारपीट की शिकायत की, लेकिन पुलिस जांच के दौरान गैंगरेप की बात सामने आ गई। इसके बाद इस मामले ने देखते ही देखते तूल पकड़ लिया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित