अहमदाबाद , नवंबर 12 -- अडानी समूह आंध्र प्रदेश स्थित अपने बोयारेड्डीपल्ली इंटीग्रेटेड सीमेंट प्लांट में सीमेंट डीकार्बोनाइजेशन के लिए कूलब्रुक की रोटोडायनामिक हीटर (आरडीएच) तकनीक का इस्तेमाल करेगा।

कंपनी ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कूलब्रुक की आरडीएच तकनीक का पहली बार औद्योगिक पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है। अडानी सीमेंट ने साल 2050 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है जबकि कूलब्रुक ने वैश्विक स्तर पर भारी उद्योग क्षेत्रों में 2.4 अरब टन वार्षिक सीओ2 कटौती का लक्ष्य निर्धारित किया है।

आरडीएच तकनीक सीमेंट उत्पादन में सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन वाले कैल्सीनेशन के चरण को कार्बन मुक्त करेगी। इससे सालाना लगभग 60,000 टन कार्बन उत्सर्जन में सीधे तौर पर कमी आने की उम्मीद है, और आने वाले समय में इसमें 10 गुना वृद्धि की संभावना है।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरडीएच प्रणाली पूरी तरह से अडानी सीमेंट के बड़े पैमाने पर नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो से संचालित होगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि उत्पन्न औद्योगिक ऊष्मा पूरी तरह से उत्सर्जन मुक्त हो।

अडानी समूह के सीमेंट व्यवसाय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनोद बहेटी ने कहा, ''हमारे परिचालन में कूलब्रुक के रोटोडायनामिक हीटर की दुनिया की पहली व्यावसायिक तैनाती हमारी डीकार्बोनाइजेशन यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह हमारे नेट-ज़ीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है। हम अपने अनुसंधान एवं विकास निवेशों के साथ कूलब्रुक जैसे भागीदारों का एक मजबूत इकोसिस्टम बना रहे हैं।''कूलब्रुक और अडानी सीमेंट ने अडानी सीमेंट के औद्योगिक परिचालन में रोटोडायनामिक प्रौद्योगिकी को लागू करने के लिए कई अन्य अवसरों की पहचान की है और अगले दो वर्षों के भीतर कम से कम पांच अतिरिक्त परियोजनाएं शुरू करने की महत्वाकांक्षा जाहिर की है।

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