हरिद्वार , नवंबर 26 -- उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के जुझारू नेता दिवाकर भट्ट का बुधवार को यहां खड़खड़ी स्थित शमशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। श्री भट्ट के पुत्र ललित भट्ट ने उन्हें मुखाग्नि दी।

मुख्यमंत्री की ओर से जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा स्थानीय विधायक मदन कौशिक सहित प्रदेश के कई गणमान्य नेता उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित थे ।

जिलाधिकारी दीक्षित ने श्री भट्ट को उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन का संघर्षील नेता बताते हुए कहा कि उन्हें आज राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। मुख्यमंत्री ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है उनके निधन पर आज जिले में एकदिवसीय शोक घोषित किया गया है और स्थानीय स्तर पर सरकारी कार्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है ।

श्री भट्ट को श्रद्धांजलि देने वालों में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत पूर्व सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रहे डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक तथा उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के नेता काशी सिंह एरी अन्य स्थानीय विधायक तथा उक्रांद के कई नेता उपस्थित थे ।

श्री भट्ट को श्रद्धांजलि देते हुए नेताओं ने कहा कि उन्होंने (दिवाकर भट्ट) राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वह एक जुझारू एवं संघर्षशील नेता थे राज्य निर्माण के बाद उन्होंने एक मंत्री के रूप में भी प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाई ।

उन्होंने राज्य निर्माण का जो सपना देखा था वह उनके संघर्ष के बाद साकार हुआ उन्होंने कई ऐतिहासिक अनशन किए जिससे लोग उन्हें फील्ड मार्शल के नाम से पुकारते थे उनके जाने से राज्य को एक अपूरणीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है । उनके बताए रास्ते और आदर्शों पर चलकर ही उनको हम सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं ।

गौरतलब है कि उक्रांद के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे दिवाकर भट्ट पिछले 10 दिनों से देहरादून के इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती थे। डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है और अब कोई सुधार संभव नहीं दिख रहा। ऐसे में परिजन उन्हें घर ले आए, जहां मंगलवार को शाम 4 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

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