नयी दिल्ली , अक्टूबर 11 -- दिल्ली के उद्योग मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल', आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के विजन के अनुरूप दिल्ली सरकार ने राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार योजना में 12 साल बाद ऐतिहासिक सुधार लागू किया है।

श्री सिरसा ने आज कहा, "12 साल बाद यह सुधार कारीगरों की असली कदर को सबके सामने लायेगा। हमने पुरस्कार राशि तिगुनी की है और नयी श्रेणी जोड़ी हैं, ताकि अधिक से अधिक कारीगर खासकर महिलाएं, युवा और दिव्यांग भाग लें और सम्मानित हों। हमारे कारीगर भारत की आत्मा हैं और यह सम्मान उनके योगदान को समर्पित है।" उन्होंने कहा कि पुरस्कार संरचना आख़िरी बार 2013-14 में बदली थी। नई रूपरेखा के तहत राज्य शिल्पकार पुरस्कार 30 हजार से बढ़ाकर एक लाख और राज्य दक्षता पुरस्कार 20 हजार से बढ़ाकर 75 हजार कर दिया गया है। इसके साथ ही पुरस्कारों की संख्या भी बढ़ाई गई है। राज्य शिल्पकार पुरस्कार 6 (एक विशेष रूप से महिलाओं के लिए) और राज्य दक्षता पुरस्कार 18 विभिन्न हस्तशिल्प क्षेत्रों में दिया जाएगा।

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