नयी दिल्ली , नवंबर 29 -- दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने शनिवार को एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और कहा कि दिल्ली विधानसभा वह स्थान है जहां "विरासत भी, विकास भी' है और जहां इतिहास भविष्य को प्रेरणा देता है।"श्री गुप्ता ने विधानसभा में विभिन्न देशों के सांसदों, पूर्व राजनयिकों, रक्षा और सामरिक मामलों के विशेषज्ञों तथा वैश्विक मीडिया और नागरिक समाज के प्रतिष्ठित नेताओं के एक विशिष्ट अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने श्री गुप्ता से शिष्टाचार भेंट की, जिसके बाद जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ ऐतिहासिक विधानसभा भवन का भ्रमण किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी अतिथियों का पारंपरिक 'पटका' पहनाकर स्वागत किया और उन्हें एक विशेष स्मृति-चिह्न भेंट किया। उन्होंने प्रतिनिधियों को कॉफी टेबल बुक "शताब्दी-यात्रा, वीर विट्ठलभाई पटेल" भी प्रदान किया जो केंद्रीय विधायी सभा के प्रथम भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष, वीर विट्ठलभाई पटेल को समर्पित है।
श्री गुप्ता से मिलने आये प्रतिनिधिमंडल में फ्रांस, नेपाल, बेल्जियम, मंगोलिया, सर्बिया, ब्रिटेन और श्रीलंका के सांसद, राजनीतिक सलाहकार, वरिष्ठ पदाधिकारी और संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।
इस अवसर पर श्री गुप्ता ने विधानसभा के इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि यह भवन स्वतंत्रता-पूर्व काल में केंद्रीय विधायी सभा की पहली संसद रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली विधानसभा नेवा (नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन) के माध्यम से पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस हो चुकी है तथा अब यह शत-प्रतिशत सौर ऊर्जा से संचालित 'ग्रीन लेजिस्लेचर' बन चुकी है।
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