नयी दिल्ली , नवंबर 25 -- दिल्ली पुलिस ने डिजिटल निवेश घोटाला मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने कथित रूप से 88 लाख रुपये से अधिक की ठगी की। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, दिल्ली, गुरुग्राम और हिसार में समन्वित छापेमारी के दौरान इन लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के नाम रवि (19), मंदीप (21) और कलीम (32) हैं, जो दिल्ली के तुगलकाबाद एक्सटेंशन के निवासी हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "ये लोग एक साइबर-सक्षम वित्तीय धोखाधड़ी गिरोह से जुड़े हुए थे, जो पीड़ितों को धोखा देने के लिए धमकी, पुलिस का रूप धारण करने एवं नकली निवेश प्लेटफार्मों का उपयोग करते थे।"एक मामले में, एक 71 वर्षीय महिला को कथित रूप से 49 लाख रुपये हस्तांतरित करने के लिए मजबूर किया गया, ठगों ने पुलिस बनकर फोन किया और उसे कानूनी कार्रवाई की धमकी दी।
अधिकारी ने कहा कि एक अन्य मामले में, 43 वर्षीय स्टेशनरी की दुकान के मालिक को क्रिप्टोकरेंसी निवेश से उच्च रिटर्न का वादा करके कथित तौर पर 39.5 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई।
पुलिस के अनुसार, रवि और कलीम ने कमीशन के लिए म्युल बैंक खाते बनाए थे और मंदीप पर एक खाता को समूह में बांटने का आरोप है। जानकारी के अनुसार, ये लोग पकड़े जाने से बचने के लिए बार-बार इधर-उधर घूमते रहते थे, लेकिन पुलिस ने तकनीकी निगरानी एवं खुफिया सूचनाओं का उपयोग कर उन पर नज़र रखी।
धोखेबाजों ने एक मानक डिजिटल गिरफ्तारी पद्धति का उपयोग किया, जिसमें वे अधिकारी बनकर पीड़ितों को पैसे स्थानांतरित करने के लिए धमकाते थे।
पुलिस ने कहा कि आरोपी कथित रूप से फर्जी निवेश वेबसाइट चलाते थे, कई बैंक खातों के माध्यम से पैसे जमा करवाते थे और एटीएम से पैसे निकालते थे। इसके लिए उन्होंने बेरोज़गार युवाओं को खातों को संभालने के लिए नियुक्त किया था। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।
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