नयी दिल्ली , अक्टूबर 25 -- दिल्ली के कला, संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने शनिवार को कहा कि यमुना नदी के किनारे 17 प्रमुख घाटों सहित पूरी दिल्ली में लगभग 1300 स्थानों पर छठ पूजा के घाटों का निर्माण किया गया है।
श्री मिश्रा ने आज नरेला छठ घाट पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की तथा अधिकारियों को सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। दिल्ली सरकार इस बार छठ पूजा को ऐतिहासिक और भव्य स्वरूप देने के लिए प्रतिबद्ध है। यमुना नदी के किनारे 17 प्रमुख घाटों सहित पूरी दिल्ली में लगभग 1300 स्थानों पर छठ पूजा के घाटों का निर्माण किया गया है। इन घाटों पर सुरक्षा, स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था, जलापूर्ति, टेंट और अन्य आवश्यक प्रबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है ताकि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के छठी मइया की आराधना कर सकें।
उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समितियों और स्वयंसेवकों से भी बातचीत की और उनके प्रयासों की सराहना की। सभी टीमें दिन-रात जुटी हैं ताकि छठ पर्व पर दिल्लीवासियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि बहुत वर्षों तक पूर्वांचल समाज को यमुना पर छठ पूजा करने से रोका गया था। यह समाज की आस्था के साथ बड़ा अन्याय था लेकिन आज यह गर्व का विषय है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने राजधानी के हर कोने में छठ पूजा की तैयारी कराई है। इस बार पूरे सम्मान और श्रद्धा के साथ लोग छठी मइया की पूजा करेंगे।
श्री मिश्रा ने कहा कि नरेला, त्रिलोकपुरी, सोनिया विहार, कालिंदी कुंज, वासुदेव घाट समेत सभी प्रमुख स्थलों पर तैयारियाँ पूरी गति से चल रही हैं। टेंट, मंच, बैरिकेडिंग, चिकित्सा सेवाएं और स्वच्छता कार्य लगभग पूर्ण हैं। दिल्ली सरकार छठ पर्व को केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, एकता और संस्कृति के उत्सव के रूप में देखती है। यह पर्व न केवल पूर्वांचल समाज का, बल्कि पूरे दिल्लीवासियों का पर्व बन चुका है।
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