नयी दिल्ली , अक्टूबर 13 -- पश्चिमी दिल्ली के हरी नगर थाना क्षेत्र में पुलिस टीम ने 'लिफाफा गिरोह' का भंडाफोड़ करते हुए तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बुजुर्ग महिलाओं को निशाना बनाकर उनसे सोने के गहनों की लूट की वारदात को अंजाम देते थे।

पुलिस उपायुक्त दराडे शरद भास्कर ने सोमवार बताया कि गिरोह के सदस्य रास्ते में खड़ी अकेली बुजुर्ग महिलाओं को उनके गंतव्य स्थान तक बहुत कम किराए में पहुंचाने का लालच देकर अपनी गाड़ी में बिठा लेते थे। एक बार गाड़ी में बिठाने के बाद, वे रास्ते में पुलिस या चेकिंग का डर दिखाकर महिलाओं से कहते थे कि वे अपने गहनों को एक लिफाफे में सुरक्षित रख लें।पीड़ित महिलाओं का भरोसा जीतने के लिए, आरोपी अपनी खुद की नकली ज्वेलरी को भी एक लिफाफे में रखकर दिखाते थे। इसी दौरान, मौका पाकर वे चालाकी से असली गहने वाले लिफाफे को नकली जूलरी वाले लिफाफे से बदल देते थे।

बुजुर्ग महिला को उनके गंतव्य स्थान पर उतारकर, आरोपी उन्हें नकली जूलरी वाला लिफाफा थमाकर मौके से फरार हो जाते थे। जब महिला घर जाकर लिफाफे की जाँच करती थी, तब उन्हें पता चलता था कि उनकी असली जूलरी तो लिफाफे में है ही नहीं।

उपायुक्त ने बताया कि एसीपी राजौरी गार्डन नीरज टोकस की देखरेख में एसएचओ आसू गिरोत्रा और चौकी इंचार्ज विक्रांत की टीम ने इस गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली। सबसे पहले, एएनपीआर कैमरे की जाँच से वारदात में इस्तेमाल हुई कार का पता चला, जिसकी नंबर प्लेट फर्जी थी। गहन जाँच के बाद, पुलिस टीम स्वर्ग आश्रम रोड से इन तीनों आरोपियों को दबोचने में कामयाब हुई।

पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल की गई फर्जी नंबर प्लेट वाली एक कार, इस्तेमाल किए गए लिफाफे, आर्टिफिशियल जूलरी और कार की ओरिजिनल नंबर प्लेट भी बरामद की है।

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