नयी दिल्ली , दिसंबर 12 -- दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों की वित्तीय रीढ़ को तोड़ने के लिए खुफिया जानकारी पर आधारित व्यापक अभियान 'ऑपरेशन साइहॉक 2.0' शुरू किया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने शुक्रवार को दी।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि 10 और 11 दिसंबर के बीच चलाए गए इस अभियान में दिल्ली और ओडिशा, महाराष्ट्र, केरल सहित कई राज्यों में 5,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया।
साइहॉक 1.0 पर आधारित इस नवीनतम अभियान में 200 प्रतिशत से अधिक कानूनी कार्रवाई, 163 प्रतिशत अधिक गिरफ्तारियां और 125 प्रतिशत से अधिक एफआईआर का समाधान किया गया।
पुलिस ने 392 नई एफआईआर दर्ज की, 228 पुराने मामलों को जोड़ा और राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) से 4,058 शिकायतों का मिलान किया, जिससे पता चला कि ये मामले 944 करोड़ रुपये की अवैध धनराशि से जुड़े धोखाधड़ी नेटवर्क से संबंधित हैं।
पुलिस ने 7,015 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें से 1,146 लोगों को गिरफ्तार किया गया या जमानत पर रिहा किया गया और 1,736 संदिग्धों को नोटिस जारी किया गया, जिससे कानूनी कार्रवाइयों की कुल संख्या 2,882 हो गई।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराध तंत्र के लिए आवश्यक अवैध खातों, मध्यस्थ संचालकों, सिम आपूर्तिकर्ताओं, नकदी संग्राहकों एवं अन्य डिजिटल कार्यकर्ताओं को निष्क्रिय करना था।
मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम, एटीएम कार्ड, दस्तावेज एवं वित्तीय बहीखातों की व्यापक जब्ती ने गहन फोरेंसिक एवं वित्तीय विश्लेषण का मार्ग प्रशस्त किया है।
गृह मंत्रालय के अंतर्गत आनेवाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र से प्राप्त वास्तविक समय की खुफिया जानकारी के आधार पर, साइहॉक 2.0' ने अभूतपूर्व सटीकता के साथ फील्ड टीमों का मार्गदर्शन उन्नत डेटा विश्लेषण, लेनदेन मैपिंग और हॉटस्पॉट पहचान के साथ किया।
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