नयी दिल्ली , अक्टूबर 13 -- दिल्ली पुलिस की बाहरी उत्तरी जिला साइबर टीम ने ऑनलाइन जॉब दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद अकबर और रूपेंद्र कुमार के रूप में हुई है दोनों दिल्ली के निवासी हैं। आरोपी नकली वेबसाइट और फर्जी जॉब कंसल्टेंट बनकर लोगों से पैसे ऐंठते थे।

पुलिस उपायुक्त बाहरी उत्तरी हरेश्वर स्वामी ने सोमवार को बताया कि रोहिणी सेक्टर-28 निवासी शिकायतकर्ता महिला ने बताया था कि उन्हें एक व्यक्ति ने 'स्टेप्स 4कैरियरडॉटकॉम' के नाम से नौकरी दिलाने का झांसा दिया और "पैनल एडवोकेट" की पोस्ट के लिए 39,498 विभिन्न शुल्कों के रूप में वसूले लेकिन भुगतान के बाद न तो नौकरी मिली, न पैसा लौटा। शिकायत पर मामला दर्ज किया गया।

पुलिस निरीक्षक गोविंद सिंह की अगुवाई में सहायक पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार के पर्यवेक्षण में जांच शुरू हुई। पुलिस टीम ने तकनीकी निगरानी के जरिये पता लगाया कि ठगी की रकम एक्सिस बैंक और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के खातों में ट्रांसफर की गई थी। अकबर और रूपेंद्र को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया, जबकि तीसरा आरोपी प्रद्युमन पांडे अब भी फरार है।

जांच में सामने आया कि प्रद्युमन पांडे मुख्य मास्टरमाइंड है, जो दूसरों के बैंक खातों का इस्तेमाल ठगी की रकम जमा करने के लिए करता था। रूपेंद्र मध्यस्थ की भूमिका निभाता था, जो अकबर और अन्य स्थानीय लोगों के खातों की व्यवस्था करता था। बदले में वह 10 प्रतिशत कमीशन लेता था।

गिरफ्तारी के दौरान दो मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, चेकबुक और सिम कार्ड जब्त किए गए हैं। रूपेंद्र पर पहले से दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से एक समयपुर बादली और दूसरा पांडव नगर थाने में दर्ज है।

पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे फर्जी वेबसाइटों या व्हाट्सऐप संदेशों के माध्यम से आने वाले जॉब ऑफर्स से सतर्क रहें।

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