नयी दिल्ली , अक्टूबर 08 -- दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने त्योहारी सीजन से पहले दो बड़ी कार्रवाईयों में नकली देसी घी और मिलावटी लुब्रिकेंट (इंजन ऑयल) बनाने वाले गिरोहों का पर्दाफाश किया है।
अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त ने बुधवार को बताया कि इन दो अलग-अलग अभियानों में कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और भारी मात्रा में नकली सामान जब्त किया गया, जिसकी कुल कीमत लाखों में है।
अपराध शाखा की उत्तरी क्षेत्र-1 ने बुद्ध विहार, रोहिणी इलाके में छापेमारी कर मिलावटी देसी घी बनाने वाली एक अवैध फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए राकेश गर्ग और मुकेश नामक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे वनस्पति घी (डालडा) और रिफाइंड तेल को मिलाकर नकली घी बनाते थे। इस मिश्रण में खुशबू और रंग जैसे रसायनों का इस्तेमाल कर इसे असली जैसा बनाया जाता था। इसके बाद, इसे अमूल, मदर डेयरी, मिल्क फूड, और पतंजलि जैसे नामी ब्रांडों की पैकेजिंग में भरकर बाजार में बेचा जाता था। पुलिस ने इस कार्रवाई में 2,651 लीटर मिलावटी देसी घी जब्त किया। आरोपियों के अनुसार, नकली घी बनाने की लागत लगभग 200 रुपए प्रति लीटर आती थी, जिसे वे थोक विक्रेताओं को लगभग 350 रुपए में बेचते थे। यह कार्रवाई सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरे में डालने वाले एक बड़े रैकेट पर लगाम लगाने के लिए की गई।
अपराध शाखा की आईएससी यूनिट ने कंझावला में एक और बड़ी छापेमारी कर नकली लुब्रिकेंट (इंजन ऑयल) बनाने वाली अवैध यूनिट को पकड़ा। इस ऑपरेशन में पांच लोगों, जिनमें मुख्य आरोपी साकलन अहमद उर्फ प्रिंस और उसके भाई सोहिद अहमद शामिल हैं, को गिरफ्तार किया गया।
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