नयी दिल्ली , अक्टूबर 09 -- भारत के सहायक कोच रयान टेन डेशकाटे ने संकेत दिए हैं कि भारतीय टीम वेस्टइंडीज के ख़िलाफ दूसरे टेस्ट में शायद ही अपने एकादश में कोई बदलाव करे।

नीतीश कुमार रेड्डी पर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हम अपने कॉम्बिनेशन में कोई बदलाव करेंगे। हमारे लक्ष्यों में से एक प्रमुख लक्ष्य भारत के लिए एक तेज गेंदबाज़ी ऑलराउंडर विकसित करना है, क्योंकि विदेशी दौरों पर यह पोज़िशन बहुत जरूरी होती है।

उन्होंने कहा, "हमें पिछले हफ्ते नीतीश को ठीक से देखने का मौका नहीं मिला, तो मुझे लगता है ये उन्हें एक और मौका देने और टीम का बैलेंस बनाए रखने का अच्छा समय है।"अब तक खेले गए आठ टेस्ट मैचों में रेड्डी ने कम से बल्लेबाजी में अच्छे संकेत दिए हैं, इसमें मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर लगाया गया शतक भी शामिल है। हालांकि वह अपनी गेंदबाजी से उतना प्रभावित नहीं कर पाए हैं।

उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि वह एक शानदार तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं। उनकी सबसे बड़ी चुनौती उनका शरीर होगा। भारत में हमने ऐसे कई ऑलराउंडर देखे हैं। हार्दिक (पांड्या) भी उसी तरह के खिलाड़ी हैं, जिनकी स्किल पर कोई शक नहीं है। लेकिन उनका शरीर टेस्ट क्रिकेट को झेल पाएगा या नहीं, यही सबसे बड़ी बात है।

"नीतीश ने ऑस्ट्रेलिया में दिखाया कि वह बल्लेबाज के रूप में कितने अच्छे हैं। अब उनके लिए सबसे जरूरी है कि उन्हें गेंदबाजी में भी समय मिले। हमें वह बहुत पसंद हैं और हम मानते हैं कि वह एक क्वालिटी ऑलराउंडर हैं।"नीतीश के नंबर आठ पर बल्लेबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा, "हमारे लिए अच्छा यह है कि वॉशी (वाशिंगटन सुंदर) और जड्डू (रवींद्र जडेजा) और यहां तक कि अक्षर (पटेल) भी लगभग एक जैसे खिलाड़ी हैं। ये सभी पांच से लेकर आठ तक कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। हाल ही में वॉशी ने इंग्लैंड में रन बनाए और जड्डू का फॉर्म पिछले छह महीने से जबरदस्त है। इसी वजह से नीतीश को चोट से लौटने के बाद आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी पड़ी।

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