नयी दिल्ली , अक्टूबर 16 -- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली अब केवल देश की राजधानी नहीं, बल्कि भारत की 'क्रिएटिव कैपिटल' बनने की राह में तेजी से आगे बढ़ रही है।
श्रीमती गुप्ता ने आज कहा कि आगामी 80 दिनों में देश की राजधानी में सांस्कृतिक व संगीत की लहर चलेगी, जब देश और विदेश के बड़े कलाकार यहाँ अपनी प्रस्तुति देंगे। यह पहल दिल्ली सरकार, इवेंट एंड एंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन (फेमा) और पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के संयुक्त सहयोग से की जा रही है, ताकि इन कार्यक्रमों का स्तर बरकरार रहे। मुख्यमंत्री का कहना था कि राज्यों के लिए "कॉन्सर्ट इकोनॉमी" एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्र है, जिस पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना जरूरी है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके निरंतर सहयोग से दिल्ली सरकार इस दिशा में अहम कदम उठा पा रही है। उन्होंने बताया कि एक समय था जब दिल्ली में बड़े-बड़े कॉन्सर्ट्स और कार्यक्रमों का आयोजन करने से आयोजक हिचकिचाते थे, क्योंकि उन्हें आवश्यक सुविधाएं और संस्थागत सहयोग नहीं मिल पाता था। इस चुनौती को समझते हुए सरकार ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि केंद्र और दिल्ली सरकार के अधीन सभी प्रमुख स्टेडियम जैसे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, इंदिरा गांधी स्टेडियम, नेशनल स्टेडियम, त्यागराज स्टेडियम और छत्रसाल स्टेडियम के किराये कम किए जाएं और उनकी सुविधाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उन्नत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आयोजकों को अधिक सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से इवेंट परमिशन, सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स की प्रक्रिया को सरल बनाते हुए 'सिंगल विंडो सिस्टम' लागू किया जा रहा है। इस प्रणाली का सफल उपयोग पहले कांवड़ यात्रा, रामलीला समितियों, दुर्गा पूजा और छठ पर्व के आयोजनों में किया जा चुका है। अब इसी मॉडल को इवेंट मैनेजमेंट सेक्टर में भी लागू किया जा रहा है ताकि दिल्ली 'ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस' में और आगे बढ़ सके। उन्होंने दिल्लीवासियों से आग्रह किया कि वे आगामी सांस्कृतिक आयोजनों और सकारात्मक बदलावों के लिए तैयार रहें, क्योंकि अब दिल्ली देश और दुनिया से आने वाले मेहमानों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि दिल्ली सरकार विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त नए इवेंट वेन्यू विकसित करेगी, जहां लाखों लोग एक साथ कॉन्सर्ट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि दिल्ली अब एक 'इवेंट-फ्रेंडली सिटी' के रूप में विकसित होगी, जहां न केवल लोगों का उत्साह बढ़ेगा, बल्कि वैश्विक समुदाय भी यहां आने को इच्छुक रहेगा। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार 'विरासत भी-विकास भी' के मंत्र के साथ पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
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