चंडीगढ़ , नवंबर 21 -- हरियाणा राज्य फार्मेसी परिषद (एचएसपीसी) ने पंजीकरण प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुगम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जिन आवेदकों के दस्तावेज लंबे समय से लंबित हैं, उन्हें दस्तावेज पूरा करने का एक और अवसर दिया गया है।
परिषद की रजिस्ट्रार, अंकिता अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि कई आवेदक समय पर दस्तावेज जमा नहीं करा पाए थे, इसलिए उन्हें अब परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार अपने दस्तावेज पूरे करने चाहिए।
रजिस्ट्रार ने कहा कि आवेदकों को अपने लंबित दस्तावेज़ जमा करने के साथ देरी का कारण बताते हुए एक लिखित स्पष्टीकरण भी देना होगा। साथ ही, हरियाणा के बाहर के संस्थानों से जारी फार्मेसी प्रमाणपत्रों का संबंधित विश्वविद्यालय, बोर्ड, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) या किसी मान्यता प्राप्त निकाय से सत्यापन अनिवार्य होगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आवेदकों के लिए एक शपथ पत्र देना जरूरी होगा, जिसमें यह घोषित किया जाए कि वे किसी अन्य राज्य फार्मेसी काउंसिल में पंजीकृत नहीं हैं। परिषद ने आश्वासन दिया है कि पात्र आवेदकों को किसी भी प्रक्रियागत या सत्यापन संबंधी कारण से पंजीकरण से वंचित नहीं किया जाएगा।
अधिक जानकारी के लिए आवेदक कार्य समय के दौरान परिषद कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं या एचएसपीसी वेबसाइट पर उपलब्ध आधिकारिक संचार माध्यमों का उपयोग कर सकते हैं।
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