चेन्नई , नवंबर 12 -- दक्षिण रेलवे के चेन्नई डिवीजन ने रेलवे में अपनी तरह की पहली पहल की शुरुआत की है जिसमें यात्रियों को डिवीजन के अंतर्गत आने वाले सभी खानपान स्टॉलों पर क्यूआर कोड के जरिये अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा मिलेगी।
रेलमदद के सहयोग से चेन्नई डिवीजन द्वारा शुरू की गयी इस पायलट पहल का उद्देश्य यात्रियों के लिए खानपान स्टॉलों के संबंध में शिकायत या फीडबैक को आसान बनाना है।
इसके माध्यम से ज्यादा शुल्क वसूलने, सेवा में कमी, भोजन की गुणवत्ता/मात्रा में कमी, भोजन एवं पानी की अनुपलब्धता और स्वच्छता संबंधित शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं।
इसकी कार्यप्रणाली की व्याख्या करते हुए, दक्षिण रेलवे ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि यात्री खानपान स्टॉल पर प्रदर्शित विशिष्ट क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। प्रत्येक खानपान स्टॉल को एक विशिष्ट क्यूआर कोड प्रदान किया जाता है जिसे स्कैन करने पर स्टॉल का स्थान, स्टेशन कोड आदि जैसी आवश्यक जानकारी तुरंत प्राप्त हो जाती है।
स्कैन करने पर उन्हें भारतीय रेलवे के आधिकारिक शिकायत निवारण प्लेटफॉर्म, रेलमदद पोर्टल पर भेज दिया जाता है।
सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करने के लिए यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना पड़ता है और वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) के माध्यम से प्रमाणीकरण करना होता है। एक बार प्रमाणित हो जाने के बाद वे शिकायत का प्रकार चुन सकते हैं, संक्षिप्त विवरण दे सकते हैं और उसे भेज सकते हैं।
पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक विशिष्ट संख्या के साथ एक पावती संदेश तुरंत भेज दिया जाता है जिससे यात्री अपनी शिकायत स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
शिकायतों के अलर्ट तुरंत संबंधित खानपान निरीक्षकों एवं स्टेशन प्रबंधकों को भेज दिए जाते हैं जिससे वे समस्याओं पर तुरंत ध्यान केंद्रित किया जा सके।
दक्षिण रेलवे ने कहा कि यात्री त्वरित क्यूआर कोड स्कैन के साथ तुरंत शिकायत दर्ज कर सकते हैं या फीडबैक दे सकते हैं और इसके लिए उन्हें स्टॉल का विवरण मैन्युअल रूप से दर्ज करने या फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं होगी।
खानपान निरीक्षकों और स्टेशन प्रबंधकों के साथ वास्तविक समय पर अलर्ट साझा किए जाते हैं जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि समस्याओं पर तुरंत ध्यान दिया जा सके, जिससे अधिक जिम्मेदारी को बढ़ावा मिले।
यह पहल खानपान इकाइयों की निगरानी को मजबूत करती है, फीडबैक प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करती है तथा सेवाओं में निरंतर सुधार पर ध्यान केंद्रित करती है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित