नयी दिल्ली , अक्टूबर 04 -- दिल्ली के दक्षिण-पूर्व जिले में शनिवार को एक अभूतपूर्व 'विशाल जनसुनवाई' का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य जनता की शिकायतों का त्वरित निवारण और पुलिस-जनता के बीच विश्वास को मजबूत करना था।
दिल्ली पुलिस आयुक्त के दूरदर्शी नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी एक ही मंच पर मौजूद रहे।
यह आयोजन पुलिस उपायुक्त कार्यालय परिसर, सरिता विहार में हुआ, जहां पुलिस उपायुक्त हेमंत तिवारी, सभी स्टेशन हाउस अधिकारी, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, सहायक पुलिस आयुक्त और ट्रैफिक एसीपी ने शिकायतकर्ताओं से सीधा संवाद किया।
उपायुक्त ने बताया कि इस पहल का लक्ष्य पुलिस की जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाना था।
उन्होंने कहा,"हमने एकल खिड़की प्रणाली के तहत सभी प्रमुख अधिकारियों को एक स्थान पर उपलब्ध कराया, ताकि शिकायतों का तुरंत समाधान हो सके। इस आयोजन ने जनता का विश्वास और मजबूत किया है।"कार्यक्रम में रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) और मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन (एमडब्ल्यूए) के सदस्यों की शिकायतों का भी त्वरित निस्तारण किया गया।
इसमें सीधा संवाद में नागरिकों को वरिष्ठ अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से अपनी समस्याएं बताने का अवसर मिला, जिससे प्रक्रियागत देरी समाप्त हुई। एकीकृत कमांड के माध्यम से सभी अधिकारियों की उपस्थिति ने तत्काल सत्यापन और निर्णय लेने में मदद की।तत्काल निस्तारण के द्वारा कानून-व्यवस्था, ट्रैफिक और स्थानीय विवादों से जुड़ी अधिकांश शिकायतें मौके पर ही हल की गईं।
इस जनसुनवाई में कुल 220 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से 132 शिकायतों का तत्काल समाधान किया गया, 40 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई, 33 निवारक कार्रवाइयां की गईं, और 15 शिकायतें विचाराधीन हैं। समुदाय की प्रतिक्रियाकार्यक्रम को जनता से जबरदस्त समर्थन मिला। स्थानीय निवासियों ने पुलिस की इस पहल की सराहना की और इसे पुलिस-जनता संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
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