दंतेवाड़ा/रायपुर , नवंबर 30 -- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में रविवार को 37 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें 27 नक्सलियों पर 65 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दंतेवाड़ा जिले की पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आत्म समर्पण करने वाले नक्सली, पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं, कुछ नक्सली ग्राम मिनपा के जंगलों में हुए मुठभेड़ में शामिल थे, यह मुठभेड़ मार्च 2020 में हुई थी, मुठभेड़ में 26 जवानों की शहादत हुई थी तथा 20 जवान घायल हुए थे।
इसी तरह मार्च 2020 की नक्सल हिंसा में भी इन नक्सलियों की सक्रिय भूमिका थी। साल 2024 ग्राम - ग्राम- थूलथूली के मुठभेड़ों में भी ये नक्सली शामिल रहे हैं। कुमली उर्फ अनीता, गीता उर्फ लखमी, रंजन उर्फ सोमा मंडावी, भीमा उर्फ जहाज कमलू पर आठ-आठ लाख रुपयों का इनाम घोषित था।
नक्सलियों में इंद्रावती/आमदई/भैरमगढ़ और मलांगेर एरिया कमेटी के सदस्यों के साथ ही आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों की सूची में नाम उनका भी है,जो लोग पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के सदस्य रहे हैं। आर्मी के कंपनी नंबर दो, छह और दस के नक्सलियों के साथ ही जनताना सरकार, संघम सदस्य के तौर पर सक्रिय रहे नक्सलियों ने सशस्त्र क्रांति छोड़ दी है।
छत्तीसगढ़ का दक्षिण बस्तर नक्सल घटनाओं के मामले में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है, नक्सल मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए नक्सल मुक्त दक्षिण बस्तर करना बेहद जरूरी था।
बस्तर पुलिस की रणनीति का असर अब साफ - साफ दिखने लगा है। नवंबर में बस्तर पुलिस ने सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले में सक्रिय नक्सलियों को आत्म समर्पण करवा लेने में बड़ी कामयाबी हासिल की है।
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