दंतेवाड़ा , नवंबर 07 -- त्तीसगढ में दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में पत्रकारों और राजनीतिक दल के पदाधिकारियों के बीच टकराव का मामला सामने आया है। गीदम में भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष गुप्ता पर एक स्थानीय पत्रकार को धमकाने का आरोप लगा है, जिसके बाद जिले के पत्रकारों में आक्रोश फैल गया है और पत्रकार संघ ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मामले की शुरुआत तब हुई जब युवा पत्रकार लोकेश शर्मा ने भाजपा जिलाध्यक्ष के करीबी लोगों द्वारा किए गए कथित अवैध अतिक्रमण पर खबर प्रकाशित की। रिपोर्ट सामने आने के बाद, पत्रकार का आरोप है कि संतोष गुप्ता ने उन्हें फोन कर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी। इस घटना को लेकर जिले में मीडिया जगत में रोष फैल गया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए दक्षिण बस्तर पत्रकार संघ ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में एक आपात बैठक बुलाई। बैठक में संघ के अध्यक्ष बप्पी राय, वरिष्ठ पत्रकार यशवंत यादव, विनोद सिंह, पुष्पेंद्र सिंह सहित कई पत्रकार शामिल हुए। बैठक के उपरांत पत्रकारों ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए अतिक्रमण की जांच और धमकी प्रकरण पर त्वरित कार्रवाई की मांग की।

इस बीच, वार्ता ने जब भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष गुप्ता से संपर्क किया, तो उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "मैंने किसी को धमकी नहीं दी है। स्थानीय पत्रकार ने मुझसे फोन पर बात की थी, और मैंने भी उसे कॉल किया था, लेकिन हमारी बातचीत सामान्य थी, उसमें किसी प्रकार की चेतावनी या धमकी नहीं दी गई।"पत्रकार संघ ने यह भी बताया कि इस पूरे प्रकरण की जानकारी भाजपा प्रदेश संगठन अध्यक्ष और मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को भेज दी गई है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। पत्रकारों का कहना है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर दबाव या धमकी के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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