दंतेवाड़ा , नवम्बर 22 -- छत्तीसगढ के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले की जैविक खेती को शनिवार को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि मिली है। देश के केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले के शंखनी-डंखनी फॉर्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (एफपीओ) से जैविक सुगंधित 'जवा फूल चावल' का ऑनलाइन ऑर्डर कर दंतेवाड़ा की जैविक पहचान को पूरे देश में मजबूत संदेश दिया है। यह कदम न केवल स्थानीय किसानों के लिए सम्मान की बात है, बल्कि जिले को राष्ट्रीय जैविक बाजार में तेजी से उभरते ब्रांड के रूप में भी स्थापित करता है।

दंतेवाड़ा भारत सरकार की लार्ज एरिया सर्टिफिकेशन योजना के तहत जैविक खेती के क्षेत्रफल में देश में प्रथम स्थान पर है। जिले के 65 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में जैविक खेती प्रमाणित है। यहां 10 हजार से अधिक किसान धान, कोदो, कुटकी, हल्दी, लघु अनाज, तिल और अन्य फसलों का पूर्णतः जैविक तरीके से उत्पादन कर रहे हैं।

लगभग 400 किसान जुड़े इस एफपीओ में वर्षों से रसायन मुक्त और पारंपरिक कृषि पद्धतियों पर आधारित खेती की जा रही है। एफपीओ द्वारा उत्पादित 'जवा फूल चावल' अपनी अनूठी सुगंध, प्राकृतिक रंग, स्वाद और उच्च गुणवत्ता के लिए प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में लोकप्रिय हो रहा है। आदिवासी किसानों द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और पारंपरिक कृषि ज्ञान को आधुनिक जैविक तकनीकों से जोड़कर तैयार किए गए ये उत्पाद देश के जैविक खाद्य बाजार में तेजी से पहचान बना रहे हैं।

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