ऋषिकेश, नवंबर 27 -- उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। जंगलों में बढ़ते मानव हस्तक्षेप का परिणाम यह है कि जंगली जानवर अब आबादी वाले क्षेत्रों तक पहुंच रहे हैं, जिससे मानव जीवन लगातार खतरे में है। इसी कड़ी में गुरुवार शाम थानो वन रेंज में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां हाथी के हमले में छठवीं कक्षा के छात्र की दर्दनाक मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार, घटना शाम करीब 4:15 बजे की है। जौलीग्रांट के कोठारी मोहल्ला निवासी कमल थापा अपनी पत्नी नीलम और 12 वर्षीय पुत्र कुणाल थापा को स्कूटी में बीच में बैठाकर कालू सिद्ध मंदिर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान मंदिर से कुछ दूरी पहले थानो वन रेंज के जंगल में अचानक एक हाथी ने उनका रास्ता रोक लिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हाथी ने स्कूटी पर बैठे कुणाल को सूंड से पकड़कर नीचे खींच लिया और पटककर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना इतनी अचानक थी कि माता-पिता संभल भी नहीं पाए, हालांकि उन्होंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन हाथी काफी देर तक वहीं खड़ा रहा।

हिम्मत जुटाकर कमल थापा ने आसपास लकड़ियां इकट्ठा कर आग जलाकर हाथी को किसी तरह भगाया और घायल बेटे को लेकर जौलीग्रांट अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने कुणाल को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए। बच्चे की मौत से माता-पिता सहित पूरे इलाके में शोक और आक्रोश व्याप्त है।

स्थानीय लोग वन विभाग से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

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