हैदराबाद , दिसंबर 30 -- तेलंगाना में हज़ारों भक्त वैकुंठ एकादशी (मुक्कोटी एकादशी) के शुभ अवसर पर मंगलवार को मंदिरों, विशेष रूप से भगवान विष्णु के मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़ पड़े।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, वैकुंठ को भगवान विष्णु का दिव्य निवास माना जाता है और इस दिन भगवान विष्णु का दर्शन करना अत्यंत पवित्र माना जाता है। भक्तों ने इस अवसर पर न केवल भगवान के दर्शन किये, बल्कि उपवास रखा, विशेष पूजा-अर्चना की और पवित्र ग्रंथों का पाठ भी किया।

राज्य भर के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर भारी भीड़ देखी गयी। प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर यादगिरीगुट्टा लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा, जहां लोग दर्शन के लिए धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करते दिखे। इसी तरह के दृश्य भद्राचलम मंदिर, धर्मपुरी मंदिर और चिल्कुर बालाजी मंदिर में भी देखे गये। यदाद्रि में भी भगवान के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त एकत्र हुए। बंदोबस्ती मंत्री कोंडा सुरेखा, तेलंगाना विधानसभा में कांग्रेस के सचेतक और विधायक बीरला एलैया, जिलाधिकारी हनुमंत राव और कार्यकारी अधिकारी वेंकट राव ने भी भगवान के दर्शन किए।

भक्त जियागुडा स्थित 400 साल पुराने रंगनाथ स्वामी मंदिर में भी उमड़े, जहां दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गयी थी। पूरे तेलंगाना में मंदिर 'ओम नमो नारायणाय' के निरंतर जयघोष से गूंज उठे, जिससे उत्सव के दौरान भक्ति और श्रद्धा का एक गहरा आध्यात्मिक वातावरण बन गया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित