हैदराबाद , अक्टूबर 14 -- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की तेलंगाना प्रभारी मीनाक्षी नटराजन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने मंगलवार को जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों के साथ जूम बैठक की और पार्टी अनुशासन, संगठनात्मक संरचना और कार्यक्रमों के बारे में सख्त दिशानिर्देश जारी किया।
एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव(संगठन) केसी वेणुगोपाल के निर्देशानुसार आयोजित बैठक में नयी नियुक्तियों और पार्टी गतिविधियों में पार्टी के निर्देशों का सख्ती से पालन के लिए निर्देश दिए गए।
चर्चा के दौरान, सुश्री नटराजन और श्री गौड़ ने स्पष्ट किया कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए केवल उन्हीं लोगों के नाम पर विचार किया जाएगा जिन्होंने कम से कम पांच वर्षों तक कांग्रेस में अनुशासन के साथ लगातार काम किया है। इन मानदंडों को पूरा नहीं करने वालों को पर्यवेक्षकों द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।इसके साथ ही मौजूदा जिला अध्यक्षों को किसी भी परिस्थिति में दूसरा मौका नहीं दिया जाएगा तथा मौजूदा जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार भी इस पद के लिए पात्र नहीं होंगे।
समावेशिता पर बल देते हुए नेताओं ने कहा कि आगामी चयनों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और महिला नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कोई भी स्थानीय नेता एआईसीसी पर्यवेक्षकों के साथ व्यक्तिगत चर्चा न करे। ज़िला स्तरीय बैठकें निजी आवासों या निजी कार्यालयों में नहीं बल्कि केवल पार्टी कार्यालयों या सभी सदस्यों की पहुंच वाले सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित होनी चाहिए।
नेताओं ने पार्टी की जिला इकाइयों को एआईसीसी की ओर से शुरू किए गए वोट चोरी जागरूकता अभियान के भाग के तहत प्रत्येक गांव से कम से कम 100 हस्ताक्षर एकत्रित करने के भी निर्देश दिए ।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित