हैदराबाद , अक्टूबर 17 -- तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर पिछड़ा वर्ग के लिए 42 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने के राज्य के कदम को रोकने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके साथ ही सिंगरेनी के श्रमिकों के लिए 400 करोड़ रुपये के दिवाली बोनस की घोषणा करते हुए इसे राज्य सरकार की ओर से उन लोगों के प्रति आभार बताया जो देश को रोशन करने का काम करते हैं।
श्री भट्टी ने खम्मम जिला कांग्रेस कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह बोनस एक दिवाली उपहार है जो श्रमिक वर्ग के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने इस घोषणा पर राज्य सरकार की ओर से प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सिंगरेनी के कोयला श्रमिक देश के ऊर्जा क्षेत्र की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा, "उनकी कड़ी मेहनत देश को रोशन रखती है और यह बोनस उनके अमूल्य योगदान को स्वीकार करने का हमारा तरीका है।"उपमुख्यमंत्री ने पिछड़ा वर्ग आरक्षण के मुद्दे पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर पिछड़ा वर्ग के लिए 42 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने के राज्य के कदम को रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, "केंद्र की भाजपा सरकार ही पिछड़ा वर्ग को उनका उचित हिस्सा देने से रोक रही है।" उन्होंने कहा कि भाजपा की हरकतें अब देशभर के लोगों से छुपी नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर जोर देने के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलने के उद्देश्य से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की अनुमति हेतु केंद्र को बार-बार पत्र लिखा था, लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई। श्री भट्टी ने कहा, "मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और तेलंगाना की सभी पार्टियां भाजपा के नेतृत्व में दिल्ली जाने को तैयार हैं। लेकिन केंद्रीय नेता हमें समय नहीं दे रहे हैं।"उन्होंने 18 अक्टूबर को राज्यभर में आयोजित पिछड़ा वर्ग बंद में लोगों से भाग लेने का आग्रह करते हुए केंद्रीय मंत्रियों जी किशन रेड्डी, बंडी संजय और राज्य भाजपा अध्यक्ष रामचंद्र राव से संसद में पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक पारित कराने के लिए पहल करने का आह्वान किया।
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