हैदराबाद , दिसंबर 22 -- तेलंगाना में रविवार को लगी राष्ट्रीय लोक अदालतों में एक दिन के अंदर 1.05 लाख मामूली सज़ा या जुर्माने वाले विशेषकर सायबर धोखाधड़ी वाले मामलों का सहमति से निस्तारण किया गया, जिससे बड़ी संख्या में मुकदमे में फंसे लोगों और पीड़ितों को राहत पहुंची।

उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय लोक अदालत का गठन आपसी समझौते और अपराधों के निपटारे के ज़रिये विवादों को सुलझाने के मकसद से किया था। इसी पहल के तहत तेलंगाना पुलिस ने निस्तारण योग्य मामलों की पहचान की और दोनों पक्षों को नोटिस भेजते हुए 11 दिसंबर से 21 दिसंबर के बीच समझौते की सुविधा प्रदान की।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि लोक अदालत के दौरान कुल 1,05,182 मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण हुआ। इनमें 14,108 प्राथमिकियां, 215 आपदा प्रबंधन अधिनियम से जुड़े मामले, 55,497 छोटे-मोटे ऑनलाइन अपराधों से जुड़े मामले, 31,599 मोटर वाहन अधिनियम से जुड़े मामले और 3,763 साइबर क्राइम मामले थे। सिर्फ साइबर धोखाधड़ी मामलों में ही पीड़ितों को 19.50 करोड़ रुपए की रकम लौटायी गयी।

पुलिस इकाइयों में रचाकोंडा ने 23,671 मामलों का निस्तारण कर बाज़ी मारी। हैदराबाद पुलिस इकाई 14,771 मामलों का निस्तारण कर दूसरे स्थान पर रही। नालगोंडा ने 7,886 मामले हल किये, साइबराबाद ने 6,936 मामले हल किये जबकि गडवाल ने 6,024 मामलों का निस्तारण किया।

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