पटना , अक्टूबर 22 -- बिहार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के हवाई वादे लोगों को बरगलाने के चुनावी हथकंडे हैं, जिनका जनता पर कोई असर नही होने वाला है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि लालू परिवार की नीति हमेशा से लूट-खसोट वाली रही है, लेकिन सत्ता से दूर रहने की बेचैनी उनके सिर पर इस कदर सवार हो गई है कि अब उनके नेता जनता को भ्रमित करने की कोशिश में जुटे हैं। लेकिन बिहारवासी राजद के चाल-चरित्र और चेहरे से वाकिफ हैं, इसलिए उनके किसी भी चुनावी झांसों में नही फँसने वाले है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिनके शासनकाल में सूबे की महिलाएं सत्ता पोषित गुंडों के भय से चैखट से बाहर कदम नहीं रख पाती थीं, आज वही लोग जीविका दीदियों के झूठे हमदर्द बनने का ढोंग कर रहे हैं। तेजस्वी यादव को यह ज्ञात होना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2005 में सत्ता संभालने के ठीक 1 वर्ष बाद 2006 में जीविका योजना की शुरुआत की, जिसे 2010 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूरे देश में लागू किया।
नीतीश सरकार की इस ऐतिहासिक पहल से अब तक 1 करोड़ 35 लाख से अधिक महिलाएं गरीबी और पिछड़ेपन से निकलकर विकास की मुख्यधारा में शामिल हुई हैं, और स्वरोजगार के माध्यम से न सिर्फ अपने परिवार बल्कि राज्य के अर्थतंत्र को भी मजबूत कर रही हैं।
हाल के दिनों में राज्य की प्रत्येक महिला को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 2 लाख 10 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है, और पहली किस्त के रूप में 1.5 करोड़ से अधिक महिला लाभार्थियों को 10 हजार रुपये भेजे जा चुके हैं, और यह प्रक्रिया अभी सतत जारी रहेगी।
श्री कुशवाहा ने सवालिया लहजे में कहा कि 1990 से 2005 के बीच जीविका जैसी योजना की शुरुआत की जा सकती थी, लेकिन राजद की मंशा परिवार हित तक सीमित रही और वे स्वयं की तिजोरी भरने में लगे रहे। आज सत्ता की बौखलाहट में झूठे वादों की बौछार कर रहे हैं, जिसका कोई असर जनता पर नहीं होने वाला है।
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