पटना, सितंबर 27 -- बिहार जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर से आयोजित 'कर्पूरी अतिपिछड़ा अधिकार संवाद' को अतिपिछड़ा समाज को भ्रमित करने का विफल राजनीतिक प्रयास बताया और कहा कि राजद का राजनीतिक अतीत जननायक कर्पूरी ठाकुर का अपमान करने वाला रहा है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि राजद को केवल चुनाव के समय ही अतिपिछड़ों की याद आती है, लेकिन अब जनता पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि राजद का चाल-चरित्र और चेहरा किसी से छिपा नहीं है। दिखावटी प्रेम और झूठे वादों से अतिपिछड़ा समाज को गुमराह करने की कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी।
श्री कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास की अवधारणा को धरातल पर उतारते हुए अतिपिछड़ा समाज के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में अतिपिछड़ा कल्याण बजट में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई, अतिपिछड़ा आयोग का गठन किया गया, पंचायत एवं नगर निकाय चुनावों में आरक्षण लागू कर राजनीतिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित कराया गया, न्यायिक सेवाओं में भी आरक्षण की व्यवस्था दी गई और जिलों में जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास की स्थापना कर छात्रों के लिए शिक्षा व छात्रवृत्ति की सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अतिपिछड़ा उद्यमी योजना ने हजारों परिवारों की जिंदगी बदल दी है। यह सब श्री कुमार की दूरदर्शिता और सामाजिक न्याय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का परिणाम है, जबकि लालू परिवार की राजनीति सिर्फ और सिर्फ अपने निजी हितों तक सीमित रही है। उन्होंने चुनौती दी कि इधर-उधर की बातें करने के बजाय तेजस्वी यादव यह बताएं कि उनके माता-पिता ने 15 वर्षों के शासनकाल में अतिपिछड़ा समाज को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कौन-से ठोस कदम उठाए।
श्री कुशवाहा ने कहा कि अतिपिछड़ा समाज का मजबूत भरोसा आज भी श्री कुमार के उपर कायम है। तेजस्वी यादव चाहे कितने भी राजनीतिक हथकंडे अपनाएँ, लेकिन अतिपिछड़ा समाज को 'टस से मस' नहीं कर पाएँगे।
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