तिरुमला, सितंबर 26 -- आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुमला में शुक्रवार से शुरू हुआ वार्षिक ब्रह्मोत्सव 2025 देश के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक लोक नृत्यों और कला रूपों की एक अनूठी श्रृंखला का मंच बन गया है।

शुक्रवार की सुबह तिरुमला में तिरुमला श्रीवारी सलाकटला ब्रह्मोत्सव के तहत विभिन्न कलाकारों ने सिंह वाहनम् के सामने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करके श्रद्धालुओं को अभिभूत कर दिया।

तिरुमला के ब्रह्मोत्सव में नौ राज्यों के 557 कलाकारों की कुल 20 टीमों ने भाग लिया। प्रमुख नृत्य प्रदर्शनों में गुस्सदी, तिप्पानी, लावणी, भरतनाट्यम, नवदुर्गा, कुचिपुड़ी, बिहू, संपालपुरी, ढोल कलाबाजी गौरासुर, श्री वेंकटेश्वर महात्यम, ढाक और कई अन्य शामिल थे।

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