जयपुर , नवंबर 27 -- राजस्थान सरकार द्वारा प्रशासनिक पारदर्शिता, जवाबदेही एवं सुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अनियमितता और गड़बड़ी करने वाले कार्मिकों के विरुद्ध जीरो टोलरेंस नीति को सख्ती से लागू किया जा रहा है और जयपुर में सांगानेर तहसील के पालड़ी परसा गांव में पेटा तालाबी भूमि को बारानी भूमि के तौर पर किस्म परिवर्तन करने के मामले में तहसीलदार सहित तीन कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रकरण में राजस्व मंडल ने सांगानेर तहसीलदार कार्तिकेय लाटा को त्वरित प्रभाव से निलंबित कर दिया वहीं जांच कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर पटवार हलका देवलिया की हाल पटवारी नयनसी वर्मा एवं पटवार हलका देवलिया के तत्कालीन पटवारी हाकिम सिंह गुर्जर को पूरे प्रकरण में संलिप्तता पाए जाने पर त्वरित प्रभाव निलंबित कर दिया है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी लापरवाही, गड़बड़ी या अनियमितता को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक शिकायत का त्वरित संज्ञान लेते हुए समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। साथ ही दोषी कार्मिकों के विरुद्ध नियमानुसार कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए, जिससे भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।

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