तरनतारन , अक्टूबर 03 -- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को तरनतारन विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए हरमीत सिंह संधू को उम्मीदवार घोषित किया।
तरनतारन से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक डॉ कश्मीर सिंह सोहल का 27 जून को निधन हो जाने से यह सीट खाली हो गयी थी, जिसके बाद विधानसभा ने इस सीट को खाली घोषित कर दिया था। सोहल ने शिरोमणि अकाली दल के हरमीत सिंह संधू को 52,935 वोटों से हराकर यह सीट जीती थी। तरनतारन से शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर तीन बार विधायक रहे हरमीत सिंह संधू 16 जुलाई को चंडीगढ़ में श्री मान और आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुये थे। पार्टी ने संधू को तरनतारन का हलका प्रभारी नियुक्त किया था, जिसका स्थानीय नेतृत्व ने विरोध किया था।
इससे पहले पंजाब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 14 अगस्त को अपने जिला अध्यक्ष हरजीत सिंह संधू को तरनतारन सीट के उपचुनाव के लिए पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया था। कृषक और ईंट भट्ठा मालिक संधू ने 2007 में युवा अकाली दल के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। उन्होंने 2009 से 2012 तक सर्कल अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, फिर 2015 तक जिला महासचिव के रूप में कार्य किया और बाद में युवा अकाली दल के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत हुये। 2022 में, अकाली नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद, वह औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गये। पंथिक गढ़ तरनतारन ने पारंपरिक रूप से भाजपा को सीमित समर्थन दिया है। 2022 के विधानसभा चुनावों में, जब भाजपा ने तरनतारन से अपना पहला विधानसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ा था, तो उसके उम्मीदवार नवरीत सिंह हुंदल को केवल 1,176 वोट मिले थे, जो कुल डाले गये वोटों के एक प्रतिशत से भी कम था। भाजपा उम्मीदवार छठे स्थान पर रहे, जो कि उपरोक्त में से कोई नहीं (नोटा) से थोड़ा ऊपर था, जिसके लिए 1,168 मतदाताओं ने विकल्प चुना था। पांचवें स्थान पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. सुखमनदीप सिंह ढिल्लों, जिन्हें 1,315 वोट मिले। आप के डॉ. सोहल ने 52,935 वोट पाकर जीत हासिल की, जबकि हरमीत सिंह संधू, जिन्होंने शिअद के टिकट पर चुनाव लड़ा था और पहले तीन बार चुने गये थे,- एक बार निर्दलीय और बाद में शिअद उम्मीदवार के रूप में, 39,347 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री 2022 में 26,535 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने 21 जुलाई को तरनतारन विधानसभा क्षेत्र से आगामी उपचुनाव के लिए आज़ाद ग्रुप की सुखविंदर कौर रंधावा को को मैदान में उतारा है, जिसका हाल ही में पार्टी में विलय हुआ है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलजार सिंह रणिके को तरनतारन उपचुनाव अभियान के लिए प्रभारी बनाया गया है।
तरनतारन विधानसभा क्षेत्र उन नौ क्षेत्रों में से एक है, जो खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं। वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने 2024 के संसदीय चुनावों में निर्दलीय के रूप में शानदार जीत दर्ज की, उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 1,97,120 मतों से हराया। जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह की पार्टी शिरोमणि अकाली दल वारिस पंजाब दे, जिसका गठन इसी साल जनवरी में हुआ था,भी तरनतारन उपचुनाव के लिए एक मज़बूत चेहरे की तलाश में है।
संशोधित मतदाता सूची के अनुसार तरनतारन क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 1,93,742 है, जिनमें 1,01,494 पुरुष मतदाता और 92,240 महिला मतदाता शामिल हैं। 114 पोलिंग स्टेशन स्थानों पर मतदान केंद्रों की संख्या 222 ( शहरी: 60 और ग्रामीण: 162) तक युक्तिसंगत की गयी है, ताकि आसान पहुंच और सभी नागरिकों के लिए सुचारु मतदान सुनिश्चित हो सके।
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