तरनतारन , अक्टूबर 24 -- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया, पंजाब आप अध्यक्ष अमन अरोड़ा और पार्टी उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू के साथ तरनतारन में एक विशाल वालंटियर बैठक को संबोधन किया।
श्री मान ने कहा कि पंजाब हमेशा गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त सूबा रहा है, जिसने देश की अगुवाई की है। उन्होंने कहा कि पंजाब को नशाखोरी, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, पर उनकी सरकार ने सिस्टम को सुधारने के लिए लगातार काम किया है और शानदार सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल सत्ता हासिल करने के लिए बेताब है, जनता 11 नवंबर को तरनतारन के भविष्य का फैसला करेगी। उन्होंने कहा, " आप अगले डेढ़ साल के लिए तरनतारन की किस्मत का फैसला करोगे। " उन्होंने लोगों को विरोधी पार्टियों के झूठे प्रचार से सावधान रहने की अपील की, खास करके उन वंशवादी नेताओं से जिन्होंने लोगों से सत्ता छीन ली है।
श्री मान ने कहा कि 'वह' कहते हैं कि यह 2027 का सेमीफाइनल है, पर यह कोई खेल नहीं है, यह सच्चाई और विकास का चुनाव है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने नौजवानों को गैंगस्टरवाद और बगावत की तरफ धकेला, आम लोगों के विरुद्ध झूठे केस दर्ज किये। पिछले साढ़े तीन सालों में एक भी झूठा मामला दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने पूछा, " क्या आपने कभी उन्हें बिजली, स्कूलों, हस्पतालों या सड़कों बारे बात करते सुना है? हम 75 सालों की लूट के बाद पंजाब को वापस पटरी पर लाये हैं। "भाजपा पर निशाना साधते हुए श्री मान ने कहा, " भाजपा हर सहयोगी को खत्म करती है, चौटाला, ठाकरे, शरद पवार और अब नीतीश कुमार। जिन्होंने भी उनका साथ दिया, उनका सफाया हो गया है। आम आदमी पार्टी ही इकलौती पार्टी है, जो लोगों की पार्टी है। "श्री मान ने कहा कि श्री बादल दावा करते हैं कि हर बाज़ार, सड़क और पुल बादल साहिब ने बनाया था। तो फिर जब वह बरगाड़ी और कोटकपूरा में से गुजरते हैं तो वह चुप क्यों रहते हैं? उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने गुरु साहिबान की बेअदबी की और पंजाब की दौलत लूटी।
श्री मान ने ऐलान किया कि पहली बार, पंजाब विधानसभा चंडीगढ़ से बाहर, श्री आनंदपुर साहिब में, 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को मनाने के लिए आयोजित की जायेगी। उन्होंने कहा, "कुछ लोग इसे ड्रामा कहते हैं, पर गुरुओं का अपमान करने वालों को जनता 11 नवंबर को जवाब देगी।"उन्होंने कहा कि वह 26 अक्टूबर को तरनतारन में एक शानदार रोड शो करेंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने पार्टी वर्करों को पार्टी उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू की ऐतिहासिक जीत यकीनी बनाने के लिए कड़ी मेहनत से काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सिर्फ़ एक विधायक चुनने के बारे में नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के पंजाब को पूरी तरह नशा मुक्त बनाने के मिशन को मजबूत करने के बारे में है।
श्री सिसोदिया ने कहा कि श्री मान ने सूबे के हर कोने से नशे के व्यापार को खत्म करने का वादा किया है, और यह बहुत ज़रूरी है कि तरनतारन, जो कि सबसे ज़्यादा नशा प्रभावित क्षेत्रों में से एक है, इस मिशन का समर्थन करे और एक ऐसा प्रतिनिधि चुने, जो नशीले पदार्थ के विरुद्ध लड़े, न कि नशीले पदार्थ बेचने वालों की रक्षा करे। उन्होंने चेतावनी दी कि विरोधी दल के नेता को चुनने से ड्रग कार्टेल मजबूत होंगे और पंजाब की आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सेहतमंद भविष्य की लड़ाई कमज़ोर होगी।
श्री संधू की प्रसिद्धि, भरोसा, योग्यता और जनतक सेवा में लंबे तर्जुबे की प्रशंसा करते हुए श्री सिसोदिया ने कहा कि वह एक सच्चे लोक नेता हैं, जो हमेशा ज़मीनी स्तर पर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संधू को दी गयी, हर वोट श्री मान के उच्च शिक्षा, ईमानदार शासन, खेलों के विकास, रोज़गार के मौकों और मजबूत बुनियादी ढांचे के एजेंडे के समर्थन में वोट होगी।
श्री सिसोदिया ने याद दिलाया कि श्री मान ने सरकारी स्कूलों को बदल दिया है, नशीले पदार्थों के विरुद्ध एक बेमिसाल मुहिम शुरू की है और नौजवानों को पारदर्शी ढंग से सरकारी नौकरियां प्रदान कर रहे हैं।
आप पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने मरहूम डॉ. कश्मीर सिंह सोहल को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए कहा कि वह पार्टी के शुरुआती संघर्षों में एक समर्पित साथी थे। श्री अरोड़ा ने कहा कि आने वाले तरनतारन उप चुनाव डॉ. सोहल की विरासत को सच्ची श्रद्धांजलि देने का एक मौका है, उनकी ईमानदारी और वचनबद्धता का सम्मान करते हुए एक बार फिर 'आप' की जीत यकीनी बनानी चाहिए।
श्री संधू ने श्री मान, श्री सिसोदिया, श्री अरोड़ा और सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि पूरी टीम 'आप' को यह सीट रिकार्ड-तोड़ बहुमत के साथ जिताने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि तरनतारन के लोग स्पष्ट तौर पर देख सकते हैं कि एक तरफ 'आप' के पास ईमानदार स्थानीय नेतृत्व है, जबकि विरोधी दल ने बाहरी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिनका इलाके के साथ कोई संबंध नहीं है।
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